कोरोना को हराने में जम्मू कश्मीर सफलता की चढ़ रहा सीढि़यां, 90 फीसद मरीज कोरोना को मात दे चुके
13 जिले ऐसे हैं जहां पर 90 फीसद से अधिक मरीज कोरोना को मात देकर अस्पतालों से घर चले गए हैं। चार जिले ऐसे हैं जहां पर 85 फीसद से अधिक मरीज स्वस्थ हो चुके हैं।
रोहित जंडियाल, जम्मू
जम्मू कश्मीर में कोरोना संक्रमण के मामले जितनी तेजी के साथ बढ़े, उतनी ही जल्दी मरीजों ने इस महामारी को हराया भी है। कोरोना महामारी के खिलाफ जंग में जम्मू संभाग का कठुआ जिला सबसे आगे है। प्रदेश का रामबन, शोपियां और कुलगाम भी पीछे नहीं हैं। प्रदेश में नब्बे फीसद मरीज अब तक ठीक हो चुके हैं। सिर्फ दस फीसद कोरोना संक्रमित मरीज ही अस्पतालों में भर्ती हैं।
विशेषज्ञों का कहना है कि अगर स्वस्थ होने वाले मरीजों की दर यही रही और स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय तथा स्थानीय प्रशासन द्वारा जारी दिशा निर्देशों का इसी तरह से पालन करते रहे तो आने वाले एक महीने में अस्पतालों में भर्ती मरीजों की संख्या पांच प्रतिशत तक आ सकती है। नेशनल हेल्थ मिशन के अनुसार जम्मू-कश्मीर में करीब 90 फीसद मरीज अब तक स्वस्थ हो चुके हैं। 13 जिले ऐसे हैं, जहां पर 90 फीसद से अधिक मरीज कोरोना को मात देकर अस्पतालों से घर चले गए हैं। चार जिले ऐसे हैं, जहां पर 85 फीसद से अधिक मरीज स्वस्थ हो चुके हैं। सिर्फ तीन जिले बारामुला, सांबा और पुंछ ऐसे हैं जहां पर अभी स्वस्थ होने वाले मरीजों की दर कम है। कठुआ जिला सबसे आगे: स्वस्थ होने वाले मरीजों में सबसे अधिक कठुआ जिले के हैं, जहां पर 96.35 फीसद मरीज ठीक हो चुके हैं यह वह जिला है जो कि जम्मू-कश्मीर का प्रवेश द्वार है और पंजाब से सटा हुआ है। दूसरे प्रदेशों से सड़क मार्ग से आने वाले सभी मरीजों को इसी जिले से होकर गुजरना था। यहां पर संक्रमण की आशंका सबसे अधिक थी। यहां पर मरीज आए भी, लेकिन दिशा निर्देशों का सख्ती के साथ पालन होने से मरीज तेजी के साथ ठीक हुए। अब चार फीसद से भी कम मरीज इस जिले में अस्पतालों में भर्ती हैं। रामबन दूसरे और कुलगाम तीसरे स्थान पर
कोरोना वायरस को मात देने वाले जिलों में 94.98 फीसद के साथ रामबन दूसरे और 94.65 फीसद के साथ कुलगाम तीसरे स्थान पर है। ऊधमपुर और शोपियां में भी 94 फीसद से अधिक मरीज ठीक हो चुके हैं।
सबसे कम मरीज पुंछ और बारामुला में स्वस्थ हुए हैं। पुंछ में 71.22 फीसद और बारामुला में 72.77 फीसद मरीज स्वस्थ हुए हैं। स्वास्थ्य विभाग और स्थानीय प्रशासन इन जिलों पर भी ध्यान केंद्रित कर रहा है। अच्छी बात यह है कि जम्मू और श्रीनगर दो जिले ऐसे हैं जहां पर पूरे जम्मू-कश्मीर के चालीस प्रतिशत मरीज हैं। मगर दोनों ही जिलों में स्वस्थ होने की दर भी 90 फीसद के आसपास है। अभी दो माह चुनौतीपूर्ण
कश्मीर में कोरोना पर नजर रखने वाले विशेषज्ञ डॉ. निसार का कहना है कि आने वाले एक से दो महीने अभी चुनौतीपूर्ण हैं। स्वाइन फ्लू के अलावा सांस संबंधी अन्य रोग भी सर्दी में बढ़ते हैं, लेकिन अगर लोग एहतियात बरतते हैं तो स्वस्थ होने वाले मरीजों की संख्या बढ़ सकती है।
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बयान
पिछले दो सप्ताह से स्वस्थ होने वाले मरीजों की दर तेजी के साथ बढ़ी है। संक्रमित होने वाले मरीजों की संख्या कम हुई है। अगर लोग एसओपी का पालन करते रहे तो इसमें और सुधार हो सकता हैं।
डॉ. दिनेश कुमार, एचओडी, प्रीवेंटिव सोशल मेडिसीन विभाग
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प्रदेश में स्वस्थ होने की दर
जिला ठीक मरीज (फीसद में)
श्रीनगर 88.15
बारामुला 72.77
पुलवामा 91.94
कुलगाम 94.65
शोपियां 94.18
अनंतनाग 89.39
बड़गाम 91.27
कुपवाड़ा 90.64
बांडीपोरा 91.66
गांदरबल 91.50
जम्मू 91.85
राजौरी 88.30
रामबन 94.98
कठुआ 96.35
ऊधमपुर 94.40
सांबा 79.26
डोडा 90.05
पुंछ 71.22
रियासी 91.13
किश्तवाड़ 85.23
कुल 89 01