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सौर ऊर्जा से रोशन होंगे दूरदराज के 54 गांव, आइआइटी मद्रास ने बनाया है यह सिस्टम

सोलर स्टैंडअलोन सिस्टम स्थापित होने से जल्द दूरदराज के 54 गांवों को सौर ऊर्जा से रोशन करना संभव होगा। नए सिस्टम स्थापित होने से दूरदराज इलाकों में रहने वाले 10 हजार के करीब घरों को बिजली मिलेगी। योजना को जल्द चार सदस्यीय उच्च स्तरीय कमेटी की ओर से मंजूरी मिलेगी।

By Lokesh Chandra MishraEdited By: Published: Tue, 28 Dec 2021 04:26 PM (IST)Updated: Tue, 28 Dec 2021 09:17 PM (IST)
सौर ऊर्जा से रोशन होंगे दूरदराज के 54 गांव, आइआइटी मद्रास ने बनाया है यह सिस्टम
गांवों को सौर्य ऊर्जा से रोशन करने का मुद्दा जम्मू में पावर डेवलपमेंट कारपोरेशन की 79 बोर्ड बैठक में उठा।

जम्मू, राज्य ब्यूरो : केंद्र शासित प्रदेश जम्मू कश्मीर और लद्दाख में जल्द सोलर स्टैंडअलोन सिस्टम स्थापित कर अंधेरे में रह रहे दूरदराज के निवासियों को बिजली उपलब्ध करवाई जाएगी। सिस्टम स्थापित होने से जल्द दूरदराज के 54 गांवों को सौर ऊर्जा से रोशन करना संभव होगा। नए सिस्टम स्थापित होने से दूरदराज इलाकों में रहने वाले 10 हजार के करीब घरों को बिजली मिलेगी। इस महत्वाकांक्षी योजना को जल्द प्रदेश में बनाई गई चार सदस्यीय उच्च स्तरीय कमेटी की ओर से मंजूरी मिलेगी।

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स्टैंड अलोन सिस्टम आइआइटी मद्रास द्वारा बनाए गए हैं। इन्हें कहीं भी स्थापित किया जा सकता है। दूरदराज इलाकों को सौर ऊर्जा से रोशन करने का मुद्दा सोमवार को जम्मू में पावर डेवलपमेंट कारपोरेशन की 79 बोर्ड बैठक में उठा। इस बैठक की अध्यक्षता अतिरिक्त मुख्य सचिव अटल डुल्लू ने की। बैठक में प्रमुख सचिव नितेश्वर कुमार, आलोक कुमार के साथ संबंधित विभागों के अन्य के वरिष्ठ अधिकारी भी मौजूद थे। बैठक के दौरान 37.5 मेगावाट के परनाई पन बिजली परियोजना को काम पूरा करने के लिए दिसंबर 2023 तक अन्य कमियों को दूर करने के लिए दिसंबर 2024 तक का समय देने को भी मंजूरी दी गई।

इस दौरान लद्दाख में बन रहे नौ मेगावाट के बिजली प्रोजेक्टों को भी निर्माण के लिए अतिरिक्त समय देने का फैसला किया गया। उच्च स्तरीय बोर्ड बैठक के दौरान जम्मू-कश्मीर में बन रहे बिजली प्रोजेक्टों के कामकाज की समीक्षा की गई। इस दौरान अतिरिक्त सचिव ने निर्देश दिए कि प्रोजेक्ट बनाने का कार्य तय समय सीमा में पूरा किया जाए। इस दौरान पिछली बैठक के दौरान हुए फैसलों पर भी चर्चा की गई।


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