Move to Jagran APP

Jammu Kashmir Militancy: जम्मू-कश्मीर में 4 महीनों में मारे गए 50 आतंकवादी; 18 लॉकडाउन के दौरान

अधिकारी ने यह भी बताया कि जम्मू-कश्मीर में वर्ष 2019 में सुरक्षाबलों ने करीब 160 आतंकवादी मारे गए थे जबकि 102 गिरफ्तार किए गए।

By Rahul SharmaEdited By: Published: Fri, 24 Apr 2020 02:20 PM (IST)Updated: Fri, 24 Apr 2020 02:20 PM (IST)
Jammu Kashmir Militancy: जम्मू-कश्मीर में 4 महीनों में मारे गए 50 आतंकवादी; 18 लॉकडाउन के दौरान
Jammu Kashmir Militancy: जम्मू-कश्मीर में 4 महीनों में मारे गए 50 आतंकवादी; 18 लॉकडाउन के दौरान

जम्मू, जेएनएन। साल 2020 की शुरूआत से अब तक यानी इन चार महीनों में जैश-ए-मोहम्मद और लश्कर-ए-तैयबा के कई कुख्यात कमांडरों समेत 50 आतंकवादी मारे गए हैं। इसी अवधि में केंद्र शासित जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद को समाप्त करने की जारी मुहिम में 17 सुरक्षाबलों के जवानों ने शहादत भी दी है। यही नहीं कश्मीर में शांति की कामना रखने वाले नागरिकों में अपना डर बनाने के लिए इन आतंकवादी संगठनों ने इन चार महीनों में 9 नागरिकों को भी मार डाला।

loksabha election banner

यह जानकारी डीजीपी पुलिस दिलबाग सिंह ने दी। उन्होंने कहा कि मारे गए आतंकवादियों में जैश-ए-मारेहम्मद, लश्कर-ए-तैयबा और हिजबुल मुजाहिदीन के कई कुख्यात कमांडर शामिल थे। कोरोना संक्रमण के प्रकोप को रोकने के लिए जम्मू-कश्मीर पुलिस, सेना व अन्य सर्द्धसैनिक बल अपना पूरा योगदान दे रहे हैं। परंतु कश्मीर घाटी सहित प्रदेश के दूसरे राज्यों में उनकी आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई भी जारी है। इसका उदाहरण यह है कि लॉकडाउन के दौरान भी सुरक्षाबलों ने 18 आतंकवादियों को मार गिराया। उन्होंने बताया कि 15 मार्च को दक्षिण कश्मीर के जिला अनंतनाग के डायलगाम इलाके में सुरक्षाबलों ने लश्कर के जिला कमांडर मुजफ्फर अहमद भट समेत चार आतंकवादियों को ढेर किया था। मारे गए आतंकवादियों में कुछ हिज्ब से भी संबंधित थे।

इससे पहले 25 जनवरी को दक्षिण कश्मीर के जिला पुलवामा के त्राल इलाके में सुरक्षाबलों और आतंकवादियों के बीच हुई मुठभेड़ में जैश-ए-मोहम्मद के कमांडर कारी यासिर सहित तीन आतंकवादी मारे गए। इसमें हमारे तीन सैनिक भी घायल हो गए थे।

डीजीपी ने कहा कि 23 जनवरी को एक अन्य मुठभेड़ में आतंकवादी कमांडर अबू सैफुल्लाह उर्फ ​​अबू कासिम, पुलवामा जिले के क्रू इलाके में यासिर का एक साथी मारा गया था। 15 जनवरी को सुरक्षाबलों ने जिला डोडा के गुंडाना गांव में हिजबुल मुजाहिदीन के एक शीर्ष कमांडर हारून वानी को भीषण मुठभेड़ में मार गिराया।

जारी लॉकडाउन के बीच भी उनका आतंक विरोधी अभियान जारी है। गत 9 अप्रैल को सुरक्षाबलों ने उत्तरी कश्मीर के जिला बारामूला के सोपोर में जैश-ए-मोहम्मद के कमांडर सजाद नवाब डार को मार बड़ी कामयाबी हासिल की। लॉकडाउन के दौरान 18 आतंकवादियों को मारा गया। आतंकवाद के खिलाफ इस लड़ाई में कई जवानों को अपनी शहादत भी देनी पड़ी। इन चार महीनाें में 17 जवान शहीद हुए जिनमें 13 सुरक्षाबल के जवान, तीन एसपीओ और एक पुलिस कर्मी शामिल है। अधिकारी ने यह भी बताया कि जम्मू-कश्मीर में वर्ष 2019 में सुरक्षाबलों ने करीब 160 आतंकवादी मारे गए थे जबकि 102 गिरफ्तार किए गए। 


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.