पुलवामा से ट्रक में छुपकर जम्मू पहुंचे 40 श्रमिक
पुलवामा से ट्रक में चोरी छुपे जम्मू पहुंचे चालीस प्रवासी श्रमिक
जागरण संवाददाता, जम्मू : कश्मीर के पुलवामा से चोरी छुपे ट्रक में सवार होकर चालीस के करीब बाहरी राज्यों के श्रमिक जम्मू के कासिम नगर में पहुंच गए। इतनी अधिक संख्या में श्रमिकों के कासिम नगर में पहुंचने की खबर से इलाके में दहशत मच गई। श्रमिकों से जब स्थानीय लोगों ने कोरोना जांच करवाने के बारे में पूछा तो उन्होंने बताया कि चूंकि वे ट्रक में चोरी छुपे आए है, इस लिए उनकी कोरोना जांच नहीं हो पाई। भयभीत हुए स्थानीय लोगों ने उन्हें वहां से चले जाने को कहा, ताकि उनमें कोई एक भी कोरोना संक्रमित हुआ तो कासिम नगर के लोगों के लिए मुसिबत खड़ी हो जाएंगे। लोगों ने इस दौरान पुलिस को भी सूचित किया, लेकिन पुलिस भी मौके पर नहीं पहुंची। कासिम नगर से कुछ देर बाद यह श्रमिक पैदल की रेलवे स्टेशन की ओर रवाना हो गए।
कासिम नगर पहुंचे प्रवासी श्रमिकों ने बताया कि वे पुलवामा के लेथपोरा इलाके की एक फैक्टरी में काम करता थे। वे सभी उत्तर प्रदेश के लखनऊ और गोंडा जिला के रहने वाले है। लॉकडाउन के चलते फैक्टरी बंद हो गई और वे वहीं पर फंस गए। गत रविवार को पुलवामा में एक ट्रक जम्मू से सामान लेकर पहुंचा था। ट्रक चालक प्रत्येक व्यक्ति ने जम्मू पहुंचाने के लिए सौ दो से पांच सौ रुपये दिए। ट्रक चालक उन्हें कासिम नगर में छोड़ कर चला गया। उन्हें यह जानकारी मिली थी कि जम्मू से उत्तर प्रदेश के लिए रेलगाड़ियां चल रही है।
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जम्मू आने के कोरोना जांच जरूरी नहीं : जिला आयुक्त
जम्मू : जिला आयुक्त जम्मू सुषमा चौहान ने कहाकि अन्य जिलों से जम्मू पहुंच रहे प्रवासी श्रमिकों को उनके लिए प्रशासन द्वारा बनाए गए कैंप में रखा जाता है। इसके बाद उनके गृह जिले में सूचित किया और उन्हें घर वापिस भेजने के लिए चल रही श्रमिक रेलगाड़ियों में रवाना किया जाता है। बाहरी राज्यों के श्रमिकों को वापिस भेजने के लिए उनकी कोरोना जांच करवाना जरूरी नहीं हैं, उनकी स्क्रीनिग और स्वास्थ्य जांच कर कर रवाना कर दिया जाता है। जिला प्रशासन जम्मू ने 17 हजार के करीब श्रमिकों को उनके गृह जिलों में अभी तक भेज दिया है।