Jammu Kashmir : पाकिस्तानी गोलाबारी में उड़ी के युवक ने दोनों पैर गंवाए, 30 मकानों को पहुंचा नुकसान
उड़ी में पाकिस्तान की ओर से गोलाबारी के कारण हुए नुकसान का जायजा लेने के लिए एसडीएम रियाज अहमद ने क्षेत्र का दौरा किया। उन्होंने बताया कि क्षेत्र में गोलाबारी से 30 रिहायशी मकानों को काफी नुकसान पहुंचा है इसके अलावा मवेशी भी मारे गए हैं।
जम्मू, जेएनएन । पाकिस्तान की ओर से संघर्ष विराम का आए दिन किए जा रहे उल्लंघन और रिहायशी इलाकों को निशाना बनाए जाने के बाद पाकिस्तान भारतीय जवानों की जवाबी कार्रवाई से पूरी तरह से बौखला चुका है। भारत की जवाबी कार्रवाई से जहां एक तरफ पाकिस्तान को भारी नुकसान हुआ है तो वहीं उत्तर कश्मीर के बारामूला जिला के उड़ी के रहने वाले एक 36 वर्षीय युवक पाकिस्तान की ओर से जारी गोलाबारी के कारण अपने दोनों पैर गंवा चुका है। उसे इलाज के लिए तुरंत उड़ी के अस्पताल में ले जाया गया। उड़ी के ब्लाक मेडिकल आफिसर डा रमजान ने बताया कि 36 वर्षीय सैयद नादिर हुसैन पुत्र पीर हुसैन निवासी कमलकोट की दोनों टांगें पाकिस्तानी गोलाबारी से बुरी तरह से जख्मी हो गई। नाजुक हालत को देखते हुए घायल नादिर को विशेष उपचार के लिए श्रीनगर अस्पताल ले जाया गया जहां उसका उपचार जारी है।
उड़ी में पाकिस्तान की ओर से गोलाबारी के कारण हुए नुकसान का जायजा लेने के लिए एसडीएम रियाज अहमद ने क्षेत्र का दौरा किया। उन्होंने बताया कि क्षेत्र में गोलाबारी से 30 रिहायशी मकानों को काफी नुकसान पहुंचा है इसके अलावा मवेशी भी मारे गए हैं। जिंदा मोर्टार शैल उड़ी के कमलाकोट, बरसारी और कुंडी इलाके में पाए गए हैं जिन्हें पुलिस और सेना की संयुक्त टीम हटाने में लगी है। इसके अलावा राजस्व विभाग की टीम भी पाकिस्तान की गोलाबारी से प्रभावित रिहायशी मकानों को हुए नुकसान का आंकलन कर एक विस्तारपूर्वक रिपोर्ट बना रही है। गोलाबारी से 62 वर्षीय सज्जाद खान, पुत्र मोहम्मद असलम खान निवासी बालकोट, 63 वर्षीय सैफुद्दीन कुरैशी पुत्र फिकरउल्लह कुरैशी निवासी कमालकोट, 50 वर्षीय हकीम बी पत्नी अब्दुल हमीद निवासी गोहालन और 18 वर्षीय सरफर्राज अहमद पुत्र लतीफ अहमद निवासी गोहालन उड़ी घायल हुए हैं। इन सभी का उड़ी के अस्पताल में इलाज जारी है।