Coronavirus : 24 सीआरपीएफ जवानों सहित 148 संक्रमित, तीन की मौत, जम्मू कश्मीर में अब तक 4878 संक्रमित
कश्मीर में शनिवार को तीन कोरोना संक्रमितों की मौत हो गई। जबकि 24 सीआरपीएफ जवानों सहित 148 मरीजों में कोरोना संक्रमित पाए गए। इसे मिलाकर अब तक प्रदेश में 4878 संक्रमित हो चुके हैं।
जम्मू, राज्य ब्यूरो : कश्मीर में शनिवार को तीन कोरोना संक्रमितों की मौत हो गई। जबकि 24 सीआरपीएफ जवानों सहित 148 मरीजों में कोरोना संक्रमित पाए गए। इसे मिलाकर अब तक प्रदेश में 4878 संक्रमित हो चुके हैं। राहत भरी बात यह है कि 183 मरीजों को अस्पतालों से छुट्टी हो गई। इन्हें मिलाकर 2269 मरीजों को छुट्टी हो चुकी है।
स्वास्थ्य विभाग के आंकड़ों के अनुसार शनिवार को आए 148 मामलों में से 110 कश्मीर और 38 जम्मू संभाग के हैं। संक्रमितों में एक अनतंनाग, 45 कुलगाम, 12 श्रीनगर, 7 कुपवाड़ा, 15 शोपियां, आठ बारामुला, आठ बडगाम, तीन बांडीपोरा, दो गांदरबल और नौ पुलवामा से हैं। जम्मू संभाग में छह जम्मू जिले, छह कठुआ, दो रामबन, दो उधमपुर, आठ सांबा, आठ डोडा, पांच राजौरी और एक पुंछ से है। कश्मीर में आए मामलों में 24 सीआरपीएफ जवान हैं। यह 40 से लेकर 149 बटालियन तक के जवान हैं। शोपियां में आए मामलों में दो जिला पुलिस लाइन से हैं। जम्मू संभाग में छह मामलों में से चार ट्रैवलर और दो अन्य हैं। दो हवाई और दो सड़क मार्ग से हैं। एक मामला आनंदनगर, एक पलौड़ा, एक अमृतसार, एक आर्मी अस्पताल का हेल्पर है। एक मामला ज्यौडिय़ां के पोठा गांव का है। वह पेशे से ड्राइवर है। कठुआ के छह मामलों में चार कश्मीर के हैं। दो कठुआ के हैं। एक महिला है जो दिल्ली से आई थी। वहीं सांबा के आठ मामलों में से एक रामगढ़ क्षेत्र का है। संक्रमित व्यक्ति विदेश से आया था। उसे पहले से ही क्वारंटाइन केंद्र में रखा गया था। शनिवार को तीन मरीजों की मौत हो गई। इनमें श्रीनगर के सेवानिवृत्त डॉक्टर, 75 वर्षीय वृद्ध बारामुला का और शोपियां का साठ वर्षीय व्यक्ति शामिल है। इसे मिलाकर अब तक मृतकों की संख्या 56 हो गई है। इनमें 50 कश्मीर और छह जम्मू संभाग के हैं। 183 मरीज स्वस्थ होकर घरों में चले गए हैं। इनमें 70 कुलगाम, 23 अनतंनाग, 49 शोपियां, तीन कुपवाड़ा, तीन गांदरबल, 18 रामबन, 10 कठुआ, दो पुंछ और दो डोडा के हें। इन्हें मिलाकर अब तक 2269 मरीजों को अस्पतालों से छुट्टी हो गई है। पांच दिनों से जम्मू-कश्मीर में संक्रमित होने वाले मरीजों की संख्या ठीक होने वाले मरीजों से कम है।