Kashmir: 20 वर्षीय पॉयलट नेहा फिदा की कश्मीर की युवा पीढ़ी को नसीहत- 'हमेशा बड़ा सोचो'
यह मेरे लिए एक सपना सच होने जैसा था कमर्शियल लाइसेंस हासिल करने के बाद वह जब पहली बार कॉकपिट के अंदर बैठी और पहली बार ही सेसना 172 विमान उड़ाया उस खुशी के पल को मैं बयां नहीं कर सकती।
श्रीनगर, जेएनएन। नेहा फिदा वानी आज आसमान में ऊंची उड़ान भर रही हैं। अपने सपनों को पंख लगने के बाद 20 वर्षीय नेहा अब कश्मीर घाटी की अगली पीढ़ी को प्रेरित करने के लिए तैयार हैं। कमर्शियल पॉयलट का लाइसेंस प्राप्त करने के बाद नेहा अब नीले आसमान में उड़ान भरने के लिए तैयार है। कमर्शियल पॉयलट का लाइसेंस हासिल करने वाली नेहां कश्मीर की दूसरी पॉयलट हैं। इससे पहले कश्मीर की आयशा अजीज ने 16 साल की उम्र में 2011 में भारत की सबसे कम उम्र की कमर्शियल पॉयलट होने का गौरव हासिल किया था।
कमर्शियल पॉयलट का लाइसेंस हासिल करने के बाद आसमान में उड़ान भरकर जमीन पर उतरते ही नेहा ने अपनी पहली प्रतिक्रिया दी। उसने कहा, जब मैं बच्ची थी तब हमेशा यही चिंता रहती थी कि क्या मेरा पाॅयलट बनने का सपना साकार हो पाएगा या नहीं। आज मुझे खुशी है कि मैं पाॅयलट बन गई हूं। मेरा सपना आकार ले रहा है, मैं बहुत खुश और रोमांचित हूं।
उन्होंने कश्मीर की युवा पीढ़ी को बड़ा सोचने के लिए प्रेरित करते हुए कहा कि हर किसी में कुछ न कुछ करने की क्षमता होती है। कश्मीरी युवाओं में यह काबलियत सबसे अधिक है। हमें केवल इतना करना चाहिए कि हम अपने लक्ष्यों को जानें और उन्हें हासिल करने के लिए कड़ी मेहनत करें।
दक्षिण कश्मीर के जिला अनंतनाग की रहने वाली नेहा ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा वहीं से प्राप्त की। इसके बाद उच्च पढ़ाई पूरी करने के लिए चंडीगढ़ चली गई। अपने पॉयलट बनने के सपने को साकार करने के लिए उसने मध्य प्रदेश के चीम्स एविएशन अकादमी में दाखिल लिया। नेहा ने बताया कि अपने सपने को आकार देने के लिए उसने इंटरनेट पर काफी खोजबीन की। जब कभी भी उसे समय लगता वह इंटरनेट पर फ्लाइंग के बारे में अधिक जानने और इस क्षेत्र में कैरियर को बनाने के लिए पढ़ती व जानकारी हासिल करती रहती थी। कमर्शियल पॉयलट बनने के लिए वह कहां से प्रशिक्षण प्राप्त करे और लाइसेंस प्राप्त करने के बाद वह क्या कर सकती है, इस बारे में उसने इंटरनेट पर काफी अध्ययन किया।
पहली बार विमान उड़ाने के अपने रोमांचक अनुभव के बारे में बताते हुए नेहा ने कहा कि मुझे लग रहा है कि मैं सातवें आसमान पर हूं। यह मेरे लिए एक सपना सच होने जैसा था कमर्शियल लाइसेंस हासिल करने के बाद वह जब पहली बार कॉकपिट के अंदर बैठी और पहली बार ही सेसना 172 विमान उड़ाया, उस खुशी के पल को मैं बयां नहीं कर सकती। उसने बताया कि अपनी उड़ान कौशल को बेहतर बनाने के लिए उसने सभी प्रकार की मौसम स्थितियों में उड़ान भरी है।
"मैंने उड़ान प्रशिक्षण के 200 घंटे पूरे किए, जिनमें से 185 सेसना 172 पर और 15 घंटे डीए 42 विमान पर थे। नेहा ने कहा कि अब उनका एक और सपना है और वह यह है कि वह अब इंडिगो एयरलाइंस के साथ काम करना चाहती हैं। अपनी सफलता का श्रेय परिवार को देते हुए नेहा ने कहा कि उनके सहयोग के बिना यह सब संभव नहीं था। मेरे परिवार ने मेरे सपनों को समझा, वे हमेशा मेरे पीछे खड़े रहे। उन्होंने बिना कोई बाधा आए मुझे आगे बढ़ाने में पूरी मदद की।
नेहा ने बताया कि उनके पिता फिदा वानी एक व्यापारी हैं। बेटी के पॉयलन बनने पर अपनी खुशी जाहिर करते हुए फिदा वानी ने कहा कि पूरे परिवार ने नेहा का समर्थन किया। परिणाम हमारे सामने हैं। उसने अपना कमर्शियल पायलट का लाइसेंस प्राप्त कर लिया है। बेटी को पॉयलट बनाने की बात जब आसपास फैली तो शुरू में हमारे लिए मुश्किल हुआ क्योंकि यहां के लोग इस बारे में बात करते थे। परंतु हमने अपनी बेटी का साथ देने का फैसला किया। उसे हर संभव सहायता प्रदान की। हमें उसकी कामयाबी पर गर्व है।