Kashmir: लकड़ी तस्करों ने किया फारेस्ट कंट्रोल रूम के कर्मचारियों पर किया हमला, दो घायल
जवान जब घोड़ों के नजदीक पहुंचे तो वहां मौजूद तस्करों ने उन पर पत्थर व लाठियों से हमला कर दिया। इस हमले में जवान गंभीर रूप से घायल हो गए। यही नहीं विभाग की गाड़ी को भी नुकसान पहुंचा है। इसके बाद तस्कर वहां से फरार हो गए।
श्रीनगर, जेएनएन। दक्षिण कश्मीर के जिला पुलवामा में फारेस्ट कंट्रोल रूम के कर्मचारी जब गश्त लगा रहे थे, उस दौरान कुछ लकड़ी तस्करों ने उन पर हमला किया। इस हमले में दो कर्मचारी गंभीर रूप से घायल हो गए। कर्मचारियों की पिटाई करने के बाद तस्कर वहां से फरार हो गए। पुलवामा पुलिस ने इस संबंध में मामला दर्ज कर तस्करों की तलाश शुरू कर दी है।
पुलिस ने बताया कि यह मामला पुलवामा के मित्रीगाम इलाके की है। वन विभाग से मिली जानकारी के अनुसार फारेस्ट कंट्रोल रूम के कर्मचारी जब देर शाम जंगल का औचक दौरा कर रहे थे, उस दौरान उन्होंने कुछ घोड़े वहां घूमते हुए देखे। घोड़ों पर लकड़ी लदी हुई थी। यह देख दल के जवान जब घोड़ों के नजदीक पहुंचे तो वहां मौजूद तस्करों ने उन पर पत्थर व लाठियों से हमला कर दिया। इस हमले में जवान गंभीर रूप से घायल हो गए। यही नहीं विभाग की गाड़ी को भी नुकसान पहुंचा है। इसके बाद तस्कर वहां से फरार हो गए।
वन विभाग के कर्मचारियों ने इस संबंध में पुलिस में मामला दर्ज करवाया है। उन्होंने पुलिस को बताया कि जब उन्होंने तस्करों को पकड़ने का प्रयास किया तो उन्होंने पर उन पत्थरों व लाठियों से जानलेवा हमला किया। इसके बाद तस्कर अंधेरे का फायदा उठाकर वहां से फरार हो गए। पुलिस के एक अधिकारी ने इस मामले की पुष्टि करते हुए कहा कि तस्करों का पता लगाने का प्रयास किया जा रहा है। हालांकि इस घटना केे तुरंत बाद की गई छापेमारी में पुलिस ने जंगल के आसपास से कुछ घोडे़ व उन पर लदी लकड़ी भी बरामद की है। जिस तरह वन विभाग के जवानों ने बताया है लकड़ी की तस्करी में शामिल ये लोग आसापास ही रहते होंगे। जल्द ही उन्हें ढूंढ निकाला जाएगा।
पुलिस ने बताया कि घायल वन विभाग के कर्मचारियों की पहचान फैयाज अहमद डार और फिरदौस अहमद के रूप में हुई है। अधिकारी ने कहा कि वे छापेमारी के दौरान एक घोड़े और कुछ अवैध रूप से लदी लकड़ी को जब्त करने में सक्षम हैं।