Jammu Kashmir Coronavirus: कश्मीर संभाग में 17 प्रतिशत तो जम्मू में तीन से चार प्रतिशत ही हैं संक्रमित
महिलाएं जब जांच करवाने के लिए अस्पतालों में आती हैं तो बच्चों को भी साथ लाती हें। इसीलिए भी बच्चे संक्रमित हो जाते हैं।
जम्मू, रोहित जंडियाल। जम्मू-कश्मीर में कोरोना संक्रमण के मामले तेजी के साथ बढ़ रहे हैं। चिंता की बात यह है कि इनमें बड़ी संख्या में बच्चे भी शामिल हैं। डाक्टर्स एसोसिएशन कश्मीर की मानें तो कुल संक्रमितों में से 17 प्रतिशत की उम्र अठारह साल से कम है। हालांकि अस्पतालों से मिली जानकारी के अनुसार यह संख्या तीन सौ से अधिक है। सिर्फ जम्मू के गांधीनगर अस्पताल में ही 22 बच्चे अभी तक इलाज करवा चुके हैं। अभी तक सिर्फ एक बच्चे की ही मौत हुई है।
स्वास्थ्य विभाग के आंकड़ों के अनुसार अभी तक कुल संक्रमितों की संख्या 57 सौ से अधिक है। इनमें बड़ी संख्या में बच्चे शामिल हें। पांच दिन के बच्चे से लेकर 18 साल तक के बच्चे संक्रमित हुए हैं। सिर्फ दस साल तक की उम्र के ही पचास से अधिक बच्चे अभी तक संक्रमित हो चुके हैं। जम्मू और कश्मीर दोनों ही जगहों पर बच्चे संक्रमित हुए हैं। जम्मू में हालांकि यह संख्या चार से पांच प्रतिशत ही है। मगर कश्मीर में यह संख्या बहुत अधिक है। डाक्टर्स एसोसिएशन कश्मीर के प्रधान डा. निसार-डल-हसन कहना है कि कश्मीर में आए कुल मामलो में 17 प्रतिशत के करीब बच्चे हें। इनकी उम्र अठारह साल से कम हैं। पहले एक हजार मामलों में ही 171 की उम्र 0 से 19 साल की थी। उन्होंने कहा कि बच्चों में संक्रमण की आशंका अन्य के मुकाबले अधिक होती र्है। हालांकि संक्रमित बच्चों से आगे कितना संक्रमण फैलता है, इस पर कोई भी स्टड़ी नहीं हुई है। उनका कहना है कि स्कूल बंद होने के कारण भी बच्चे संक्रमण से बचे हुए हैं और उनमें टेस्ट भी कम हुए हैं।
वहीं जम्मू में बच्चों का इलाज पहले श्री महाराजा गुलाब सिंह अस्पताल और अब अब गांधीनगर अस्पताल में हो रहा है। अभी भी दो बच्चे इस अस्पताल में अपना इलाज करवा रहे हैं। गांधीनगर अस्पताल के मेडिकल सुपरिटेंडेंट डा. एलडी भगत का कहना है कि कई बच्चों में अपने परिजनों से ही संक्रमण हुआ है। कुछ बच्चे उधमपुर के थे। लेकिन अब यह ठीक होकर चले गए हैं। दो बच्चे तो ऐसे थे जिनके परिवार का सदस्य विदेश से आया था। उन्होंने कहा कि अधिकांश बच्चे अब ठीक हो गए हैं।
बार-बार अस्पताल आने से भी हो रहे संक्रमितः कश्मीर में बच्चों के संक्रमित होने का एक कारण उनका अपनी माताओं के साथ अस्पताल में बार-बार आना है। कई महिलाएं जब जांच करवाने के लिए अस्पतालों में आती हैं तो बच्चों को भी साथ लाती हें। इसीलिए भी बच्चे संक्रमित हो जाते हैं। यह मेडिकल कालेज श्रीनगर में मेडिसीन विभाग के विशेषज्ञ डाक्टरों ने भी कही है।
छोटे बच्चों के संक्रमित होने के कुछ मामले
- 26 मार्च: आठ महीने और सात साल के दो बच्चों में संक्रमण की पुष्टि
- 28 मई- सांबा में तीन साल का बच्चा संक्रमित
- 05 जून: कुलगाम में पांच दिन की बच्ची संक्रमित
- 14 जून:श्रीनगर में 11 महीनों की बच्ची में संक्रमण की पुष्टि
- 21 मई- सतवरी में बीस दिन की बच्ची संक्रमित