Jammu Kashmir: सीबीएसई की तर्ज पर 12वीं कक्षा के विद्यार्थियों को प्रमोट किया जाए
जाने माने समाज सेवी तेजेंद्र सिंह मांग की है कि सीबीएसई की तर्ज पर जम्मू कश्मीर बोर्ड आफ स्कूल एजूकेशन फैसला ले। 12 वीं कक्षा की परीक्षा का ख्याल त्याग दे और विद्यार्थियों को प्रमोट कर दिया जाए ।
जम्मू, जागरण संवाददाता । जाने माने समाज सेवी तेजेंद्र सिंह ने मांग की है कि सीबीएसई की तर्ज पर जम्मू कश्मीर बोर्ड आफ स्कूल एजूकेशन फैसला ले। 12 वीं कक्षा की परीक्षा का ख्याल त्याग दे और विद्यार्थियों को प्रमोट कर दिया जाए ।
कोविड-19 के दौर में जम्मू कश्मीर केंद्र शासित का विद्यार्थी वर्ग कहीं न कहीं प्रभावित हुआ है और उसे अगली कक्षा में चढ़ा कर इस समय राहत देने की जरूरत है। वर्चुअल बैठक में युवाओं को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि कोरोना की महामारी से अनिश्चितता का वातावरण युवाओं में बना हुआ है। वहीं स्कूल के बच्चों का अभी कोरोना से बचाव का टीकाकरण भी नही हुआ।
हालांकि सरकार ने 18 साल की उम्र के ऊपर के लोगों का टीकाकरण कराने की मुहिम छेड़ी हुई है। मगर 12 वीं कक्षा में पड़ रहे बच्चे 18 साल की उम्र से कम ही होते हैं जोकि टीकाकरण की स्कीम में ही नही आ सकते। अगर इन विद्यार्थियों का टीकाकरण भी होता है तो लंबा समय लगेगा। इन हालातों में 12वी कक्षा की परीक्षा तुरंत निरस्त कर बच्चों को अगली कक्षा में चढ़ा देना ही बेहतर होगा। इससे बच्चों का अगले साल की पढ़ाई खराब नही होगी।
तेजेंद्र सिंह ने कहा कि सीबीएसई की तर्ज पर महाराष्ट्र, केरल राज्य स्टेट बोर्ड की परीक्षा को निरस्त कर चुके हें। ऐसे में जम्मू कश्मीर प्रशासन को निर्णय लेने में देरी नही लगनी चाहिए। यह बच्चों के भविष्य की बात है। अभी तुरंत उठाए गए कदमों से विद्यार्थी वर्ग को राहत मिलेगी और वह अगली कक्षा के लिए पढ़ाई में जुट जाएगा।
इससे पूर्व उन्होंने जम्मू कश्मीर प्रशासन से कहा कि केंद्र शासित प्रदेश के विद्यार्थियों के भविष्य के मामले को गंभीरता से लिया जाए। वहीं मौके पर कुछ बच्चों ने अपनी परेशानियों को भी उठाया। कोरोना के दौर में विद्यार्थी वर्ग किस तरह से आहत हो रहा है, पर चर्चा की गई। कुछ विद्यार्थियों ने कई सवाल भी पूछे जिनका बखूबी से जवाब दिया गया।