सौ हाइड्रेंट से श्रीनगर को बनाएंगे सुरक्षित
श्रीनगर शहर के फायर सर्विसेज स्टेशनों में सुविधाओं का विस्तार किया जा रहा है। यह सुविधाएं श्रीनगर को स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत बढ़ाई जा रही हैं। इस प्रोजेक्ट में फायर सर्विसेज को प्राथमिकता दी जा रही है।
राज्य ब्यूरो, जम्मू : श्रीनगर शहर के फायर सर्विसेज स्टेशनों में सुविधाओं का विस्तार किया जा रहा है। यह सुविधाएं श्रीनगर को स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत बढ़ाई जा रही हैं। इस प्रोजेक्ट में फायर सर्विसेज को प्राथमिकता दी जा रही है। इसका मकसद सभी को सुरक्षा मुहैया करवाना है।
श्रीनगर शहर में कुल 23 फायर सर्विस स्टेशन हैं और इन सभी को मजबूत बनाया जा रहा है। शहर के विभिन्न स्थानों पर सौ हाइड्रेंट बनाए जा रहे हैं ताकि आग लगने से कोई नुकसान न हो। इसमें हर फायर सर्विस स्टेशन की क्षमता को भी बढ़ाया जा रहा है। इसमें अग्निशमन गाड़ियों की संख्या भी अधिक होगी। स्टेशन में विभिन्न साइज की गाड़ियां होंगी ताकि जरूरत पड़ने पर यह मौके पर पहुंच सकें। 15 छोटे साइज की अग्निशमन गाड़ियां खरीदी गई हैं। इन गाड़ियों को तंग जगहों पर जरूरत पड़ने पर भेजा जाएगा। अधिकारियों के अनुसार श्रीनगर शहर में कई ऐसी जगहें हैं जहां सामान्य अग्निशमन गाड़ियां पहुंच नहीं पाती हैं। यही नहीं साढ़े सात हजार लीटर पानी की क्षमता वाली बड़ी अग्निशमन गाड़ियां भी खरीदी जा रही हैं। इसके अलावा स्मार्ट कंट्रोल रूम स्थापित किया जा रहा है। 80 वायरलेस ऑपरेटर भी लगाए जा रहे हैं। इसी प्रोजेक्ट के तहत डल झील के आसपास भी आग लगने की घटनाओं से निपटने के प्रबंध होंगे। इसमें दो फायर सर्विस स्टेशनों के अलावा छह किश्तियों में भी आग लगने की घटनाओं से निपटने के प्रबंध होंगे। यह प्रोजेक्ट चार महीनों के भीतर पूरा किया जाएगा। इसमें फायर और इमरजेंसी विभाग के अलावा लोक निर्माण विभाग व पीएचई विभाग भी शामिल होंगे। फायर सर्विस हेडक्वार्टर में ट्रेनिग सेंटर होगा स्थापित
श्रीनगर शहर के फायर सर्विस हेडक्वार्टर में ट्रेनिग सेंटर भी स्थापित होगा। इसमें स्वयंसेवक भी ट्रेनिग ले सकेंगे। स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के सीईओ डॉ. शाहिद इकबाल चौधरी ने वीरवार को श्रीनगर शहर के कई फायर सर्विसेज स्टेशनों का निरीक्षण किया। इनमें रैनावाड़ी, कमरवाड़ी, मैसूमा, निशात व जकूरा शामिल हैं। डॉ. शाहिद ने कहा कि श्रीनगर शहर की जरूरतों के अनुसार ही आग लगने की घटनाओं से निपटने के लिए सभी फायर सर्विस स्टेशनों में सुविधाओं का विस्तार होगा।