Women Junior Hockey World Cup: भारत को मिली इंग्लैंड से हार, मुमताज के खेल ने जीता दिल
Women Junior Hockey World Cup मुमताज ने इस मुकाबले में दो गोल किए। इस मैच में निर्धारित समय तक दोनों ओर से दो-दो गोल किए गए थे। परिणाम के लिए शूटआउट का सहारा लिया गया जिसमें इंग्लैंड ने 3-0 से जीत दर्ज की।
जागरण संवाददाता, लखनऊ। जूनियर महिला हाकी वर्ल्ड कप में भारतीय जूनियर टीम को भले ही कांस्य पदक के लिए मंगलवार को इंग्लैंड से हार का सामना करना पड़ा हो, पर लखनऊ की बेटी मुमताज खान ने बेहतरीन प्रदर्शन कर सभी का दिल जीत लिया। मुमताज ने इस मुकाबले में दो गोल किए। इस मैच में निर्धारित समय तक दोनों ओर से दो-दो गोल किए गए थे। परिणाम के लिए शूटआउट का सहारा लिया गया, जिसमें इंग्लैंड ने 3-0 से जीत दर्ज की।
टूर्नामेंट में भारत का अब तक का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 2013 में रहा था, जब टीम ने जर्मनी के मोनशेंग्लाबाख में कांस्य पदक जीता था। अब तक आठ गोल के साथ मुमताज भारत की ओर से सर्वाधिक गोल करने वाली खिलाड़ी हैं। मुमताज ने वेल्स के खिलाफ भारत के शुरुआती मैच के अलावा, जर्मनी के खिलाफ विजयी गोल दागा था और मलेशिया के खिलाफ शानदार हैट्रिक लगाई थी। वहीं, इंग्लैंड के खिलाफ हुए कांस्य पदक के मुकाबले में दो गोल दागे।
मुमताज के पास गति और ऊर्जा :
नीलम मुमताज के बचपन के कोच नीलम सिद्दीकी ने कहा, मुमताज की गति और ऊर्जा भारतीय टीम के काम आ रही है। मुमताज मुश्किल से 13 साल की थी और तब तक वह केवल कुछ ही बार अपनी स्कूल टीम के लिए खेली थी। हमने उसे कुछ सीनियर प्लेयर्स के साथ मैच में रखा, यह देखने के लिए कि वह कैसा प्रदर्शन कर पाती है। वह बहुत निडर थी और उसने खिलाडि़यों को छकाया। ये वो क्षण थे जब मुमताज ने भारत के लिए खेलने का सपना देखना शुरू कर दिया था और आज वो पूरे हो रहे हैं।
बेटी ने शानदार किया प्रदर्शन मुमताज को बेटी मानने वाले भारतीय खेल प्राधिकरण के हाकी प्रशिक्षक राशिद बताते हैं कि टीम की हार से निराशा जरूर है पर मुमताज ने बेहतरीन प्रदर्शन कर इंग्लैंड के खेमे को हिला दिया। मैच के दौरान मुमताज को अधिक समय तक बाहर रखना गलत था। अगर उसे और मौके मिलते तो जीत भारत की झोली में होता। क्योंकि छह से सात पेनाल्टी कार्नर से गोल करने का मौका मिला, पर मुमताज बाहर थी।