कई बड़े टूर्नामेंट से बाहर होने के बाद मैने वापसी की उम्मीद ही छोड़ दी थी: सरदार सिंह
मौजूदा समय में सरदार बेंगलुरू के कैंप में जमकर प्रैक्टिस कर रहे हैं।
नई दिल्ली, जेएनएन। पिछले कई बड़े टूर्नामेंटों से बाहर रहने के बाद और अपने खराब प्रदर्शन की वजह से अगर कोई खिलाड़ी काफी दिनों तक टीम से बाहर रहे तो यह उसके लिए किसी सदमें से कम नहीं होता है। भारत के दमदार मिडफील्डर सरदार सिंह को भी जब एशिया कप, वर्ल्ड लीग सेमी-फाइनल और कॉमनवेल्थ गेम्स के लिए नहीं चुना गया तो उन्हें भी ऐसा ही लगने लगा था कि, अब वो शायद मैदान में कभी वापसी न कर सकें मीडिया को दिए गए इंटरव्यू में उन्होंने करियर के उस निराशाजनक दौर के बारे में और फिर उस दौर से वापसी के बारे में काफी कुछ बताया।
सरदार ने उस दौर की चर्चा करते हुए बताया कि, 'जब मेरा चयन लगातार 3 बड़े टूर्नामेंट के लिए नहीं हुआ तब मुझे ऐसा लगने लगा था कि शायद अब भारतीय टीम के साथ मेरा सफर खत्म हो चुका है। आलोचकों ने भी यह कहना शुरू कर दिया था कि अब सरदार का समय खत्म हो चुका है। सरदार ने बताया कि जब भारतीय टीम ने न्यूजीलैंड को 3-0 से हराया था तब वो टीम इंडिया को बहुत मिस कर रहे थे।
मौजूदा समय में सरदार बेंगलुरू के कैंप में जमकर प्रैक्टिस कर रहे हैं। आप को बता दें कि हाल के दिनों में चैंपियंस ट्रॉफी के बाद बांग्लादेश और दक्षिण कोरिया के खिलाफ दोस्ताना सीरीज के अलावा न्यूजीलैंड के खिलाफ तीन टेस्ट मैचों की सीरीज में भारत को जीत दिलाने में महत्वपूर्ण रोल निभाया। सरदार ने बताया कि जब वो टीम से बाहर थे उस दौरान उन पर संन्यास लेने का बड़ा दबाव था।
सरदार ने अपनी वापसी के लिए की गई तैयारियों के बारे में बातचीत करते हुए बताया कि, 'आलोचक कह रहे थे कि सरदार में अब वो दम नहीं रहा, उसमें पहले जैसी रफ्तार नहीं रही लेकिन मैं निराश नहीं हुआ और मैंने अपनी कमजोरियों से सीखा। जब हरेंद्र सिंह नए कोच के रूप में आए तब उन्होंने मुझे बहुत प्रोत्साहित किया। यह सरदार के लिए बहुत ही उत्साहजनक था जिसके चलते वो एकबार फिर से नए दमखम के साथ हॉकी के मैदान में नजर आ रहे हैं।
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