Move to Jagran APP

इस स्कूल से निकले 50 से अधिक राष्ट्रीय-अंतरराष्ट्रीय हॉकी खिलाड़ी

झारखंड में हॉकी की नर्सरी के नाम से प्रसिद्ध सिमडेगा जिले के केरसई प्रखंड का बासेन पंचायत हॉकी का गढ़ माना जाता है।

By Sanjay SavernEdited By: Published: Sun, 06 Sep 2020 09:44 PM (IST)Updated: Sun, 06 Sep 2020 09:44 PM (IST)
इस स्कूल से निकले 50 से अधिक राष्ट्रीय-अंतरराष्ट्रीय हॉकी खिलाड़ी
इस स्कूल से निकले 50 से अधिक राष्ट्रीय-अंतरराष्ट्रीय हॉकी खिलाड़ी

वाचस्पति मिश्र, सिमडेगा। कौन कहता है कि आसमान में सुराख नहीं हो सकता, एक पत्थर तो तबीयत से उछालो यारों। इसे सच साबित किया है झारखंड के पिछड़े जिलों में शामिल सिमडेगा के एक सुदूर स्कूल के पूर्व प्रिंसिपल बेनेडिक्ट कुजूर ने, जिनके जिद व जुनून ने प्रदेश में हॉकी के खिलाडि़यों की पूरी फौज तैयार कर दी।

loksabha election banner

झारखंड में हॉकी की नर्सरी के नाम से प्रसिद्ध सिमडेगा जिले के केरसई प्रखंड का बासेन पंचायत हॉकी का गढ़ माना जाता है, जिसने अब तक आधा दर्जन अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी देने के साथ-साथ 50 से अधिक राष्ट्रीय स्तर के पुरुष व महिला हॉकी खिलाड़ी दिए हैं। इन सभी खिलाड़ियों को तैयार करने की नर्सरी रहा है बासेन पंचायत स्थित आरसी उत्क्रमित मध्य विद्यालय करंगागुड़ी। इसके पीछे इस स्कूल में 13 वर्षो तक सेवा देने वाले स्कूल के पूर्व प्राचार्य बेनेडिक्ट कुजूर की मेहनत व लगन है, जिन्होंने यहां के बच्चों व युवाओं की प्रतिभा को पहचानते हुए सभी को निखारा।

कुजूर बताते हैं कि पैसे के अभाव में शुरुआत में काफी परेशानी हुई। पहले केंदू व बांस से अपने हाथों से बनाए गए हॉकी स्टिक व शरीफे के सूखे फल से अपने यहां के बच्चों को हॉकी खेलना सिखाया। स्कूल में सख्त अनुशासन बनाया कि स्कूल का हर विद्यार्थी अपने स्कूल बैग के साथ-साथ हॉकी स्टिक अनिवार्य रूप से लाएगा। शुरुआत में कुछ अभिभावक इसे समझ नहीं पाए थे। लेकिन स्कूल के आदेश के बाद वे मजबूरन जंगल में मिलने वाले केंदू के पौधे व बांस से स्टिक बनाकर बच्चों को देने लगे।

बासेन के द्रोणाचार्य के रूप में प्रसिद्ध बेनेडिक्ट बताते हैं कि स्कूल में कक्षा के बाद पास के मैदान को पहले तैयार किया। उसके बाद मैदान में हॉकी की क्लास शुरू की। धीरे-धीरे मेहनत रंग लाने लगी। विद्यार्थी लगातार अपना प्रदर्शन सुधारते गए। बाद में प्रतिभा के आधार पर कई खिलाडि़यों का चयन राज्य स्तरीय हॉकी प्रशिक्षण केंद्र के लिए हुआ। जहां से उन्हें राज्य व फिर विदेश में भारत की तरफ से खेलने का अवसर प्राप्त हुआ। 

अंतरराष्ट्रीय स्तर पर खेल चुके खिलाड़ी

बासेन पंचायत की अल्का डुंगडुंग बेल्जियम दौरे में भारतीय टीम में शामिल थी। वहीं अल्फा केरकेट्टा बैंकाक, संगीता कुमारी, बैंकाक, आस्ट्रेलिया, तजाकिस्तान, ब्यूटी डुंगडुंग आस्ट्रेलिया, दीपिका सोरेंग हालैंड तथा अंजना डुंगडुंग केन्या दौरे के दौरान भारतीय हॉकी टीम की सदस्य रहीं और देश को पदक दिलाने में महवपूर्ण भूमिका निभाई। इसके अलावा सुषमा वर्तमान में टीम इंडिया के शिविर में हिस्सा ले रही हैं। वहीं रजनी सोरेंग, प्रमिला सोरेंग, रंजीता मिंज, इभा केरकेट्टा तथा रेशमा सोरेंग भी भारतीय टीम के लिए चयनित हुई हैं। इसके अलावा 50 से अधिक खिलाड़ी हैं, जो राष्ट्रीय स्तर पर अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन कर चुके हैं।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.