100 दिन के बाद घर लौटे भारतीय हॉकी टीम के खिलाड़ी, बेंगलुरु में बिताए दिन
भारतीय हॉकी टीम के खिलाड़ी लंबे समय के बाद अपने घर लौट सके हैं क्योंकि लॉकडाउन के कारण ये खिलाड़ी बेंगलुरु में फंस गए थे।
नई दिल्ली, पीटीआइ। भारतीय हॉकी टीम के दर्जनों खिलाड़ी अपने-अपने घर पहुंच गए हैं। कोरोना वायरस महामारी के कारण किए गए लॉकडाउन की वदह से भारतीय हॉकी टीम के खिलाड़ी बेंगलुरु के भारतीय खेल प्राधिकरण (साई) केंद्र में फंस गए थे। लॉकडाउन से पहले से ही इन खिलाड़ियों का कैंप आगामी दौरों और ओलंपिक के लिए आयोजित किया गया था, लेकिन ये खिलाड़ी बेंगलुरु में ज्यादा दिन प्रैक्टिस नहीं कर पाए थे।
पिछले 3 महीने से बेंगलुरु में फंसे भारतीय हॉकी टीम के खिलाड़ियों को शुक्रवार को एक महीने का अवकाश दिया गया और सभी खिलाड़ियों को अपने-अपने घर भेज दिया गया, जिससे वह परिवार के साथ समय बिता सकें। गौरतलब है कि भारत सरकार ने 25 मार्च से जब देशभर में कोरोना वायरस के प्रसार को रोकने के लिए लॉकडाउन की घोषणा की थी तब पुरुष और महिला हॉकी टीम के खिलाड़ी दक्षिण बेंगलुरु स्थित साई के केंद्र में थे।
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— sreejesh p r (@16Sreejesh) June 19, 2020
हॉकी इंडिया की ओर से महीनेभर का अवकाश मिलने के बाद शुक्रवार को टीम के ज्यादातर खिलाड़ी अपने घरों के लिए रवाना हो गए। कई खिलाड़ियों ने खुद सोशल मीडिया पर अपनी तस्वीरें शेयर की हैं। हालांकि, इन खिलाड़ियों ने इस समय का सदुपयोग किया है। हाल ही में भारतीय टीम के कप्तान ने बताया था कि वे और टीम के अन्य खिलाड़ी लॉकडाउन में अंग्रेजी सीख रहे हैं और जमकर फिल्में देख रहे हैं।
हालांकि, ऐसा भी नहीं है कि खिलाड़ी साई सेंटर में प्रैक्टिस नहीं करते थे। हफ्ते में 5 दिन उनको अभ्यास करना होता था, जबकि दो दिन का ब्रेक टीम के खिलाड़ियों को दिया जाता था, लेकिन किसी भी खिलाड़ी को कैंपस से बाहर निकलने की इजाजत नहीं थी, क्योंकि ये वायरस काफी तेजी से फैलता है। अगर टीम का कोई भी सदस्य इस संक्रमण का शिकार होता है तो न जाने कितने खिलाड़ी उसकी चपेट में होते।