फिल्मों से मन बहला रहे हैं भारतीय खिलाड़ी, अंग्रेजी सुधारने पर दे रहे हैं जोर
ओलंपिक की तैयारियों के लिए बेंगुलुरु के साई में रुके भारतीय हॉकी प्लेयर्स इन दिनों फिल्में देखकर मन बहला रहा हूं।
नई दिल्ली, पीटीआइ। बेंगलुरु के भारतीय खेल प्राधिकरण (SAI) केंद्र में ओलंपिक की तैयारी में जुटे भारतीय हॉकी खिलाड़ी कोरोना के कारण परिसर से बाहर नहीं जा सकते। लिहाजा अभ्यास से इतर समय का सदुपयोग अंग्रेजी सुधारने, किताबें पढ़ने और अपनी मनपसंद बॉलीवुड फिल्में देखने में बिता रहे हैं। वहीं, ओलंपिक खेल स्थगित होने की वजह से उन्होंने राहत की सांस भी ले होगी, लेकिन एक बार फिर से उनको अगले साल होने वाले खेलों के लिए तैयारी करनी होगी। हालांकि, उसके लिए भी अच्छे से तैयारी कर पाएंगे, क्योंकि तब तक शायद कोरोना वायरस का खतरा टल जाएगा।
पुरुष टीम के सीनियर सदस्य गोलकीपर पीआर श्रीजेश ने कहा, "वैसे तो हमारा अभ्यास का समय काफी व्यस्त है, लेकिन रविवार और बुधवार की शाम अवकाश रहता है। ऐसे में हम फिटनेस और रिकवरी पर ज्यादा ध्यान देते हैं। मैंने दा विंची कोड, हेलर केलर की आत्मकथा पढ़ी है और कुछ अच्छी किताबें और पढ़ना चाहता हूं। मेरे पापा 60 से अधिक उम्र के हैं और बच्चे सात साल से छोटे हैं। मैने उन्हें घर से बाहर नहीं निकलने की हिदायत दी है।"
अग्रेंजी सुधार रहे हैं भारतीय खिलाड़ी
वहीं, भारत के स्टार फॉरवर्ड मनदीप सिंह ने कहा है, "सभी खिलाड़ी अपनी अंग्रेजी सुधारने पर जोर दे रहे हैं जिसके लिए होमवर्क भी मिलता है। महिला टीम की अनुभवी गोलकीपर सविता की मां उन्हें वीडियो कॉल पर रोज कोरोना संक्रमण से बचने के लिए घरेलू नुस्खा देती हैं।" सविता ने कहा, "हम अभ्यास के साथ टीम बांडिंग पर काम कर रहे हैं। हम रूममेट बदलकर आपसी तालमेल और बेहतर कर रहे हैं।"
टोक्यो ओलंपिक के स्थगित होने के बाद भारतीय खिलाड़ी अपने-अपने घर जा सकते थे, लेकिन अब भारत में 21 दिन का लॉकडाउन हो गया है। ऐसे में कोई भी नागरिक ट्रेवल नहीं कर सकता। यही कारण है कि इन भारतीय खिलाड़ियों को अगले तीन सप्ताह बेंगलुरु में ही रहना पड़ेगा।