Move to Jagran APP

भारतीय हाकी टीम के एक और दिग्गज खिलाड़ी ने किया संन्यास का एलान

भारतीय पुरुष हाकी टीम के दिग्गज खिलाड़ी एसवी सुनील ने संन्यास की घोषणा कर दी है। उन्होंने खुद को नेशनल कैंप के लिए उपलब्ध नहीं बताया है और ट्वीट करते हुए संन्यास की घोषणा कर दी है। उन्होंने कहा कि उनका मन कहता है कि अब ब्रेक ले लेना चाहिए।

By Vikash GaurEdited By: Published: Fri, 01 Oct 2021 02:55 PM (IST)Updated: Fri, 01 Oct 2021 02:55 PM (IST)
भारतीय हाकी टीम के एक और दिग्गज खिलाड़ी ने किया संन्यास का एलान
SV Sunil ने संन्यास ले लिया है (फोटो ट्विटर)

नई दिल्ली, आनलाइन डेस्क। हाकी के खेल के दिग्गज खिलाड़ी एसवी सुनील ने संन्यास का एलान कर दिया है। वे अब अंतरराष्ट्रीय स्तर पर हाकी खेलते नजर नहीं आएंगे। इसी महीने से शुरू हो रहे नेशनल कैंप से उन्होंने अपना नाम वापस ले लिया है और इसी के साथ उन्होंने संन्यास की घोषणा कर दी है। अर्जुन अवार्ड अपने नाम कर चुके एसवी सुनील को आज भी इस बात का अफसोस है कि वे टोक्यो ओलिंपिक 2020 के लिए भारतीय हाकी टीम में जगह नहीं बना सके। 2007 से लेकर अब तक उन्होंने 264 मैचों में भारत का प्रतिनिधित्व किया है, जिनमें 72 गोल उन्होंने दागे हैं। बता दें कि उनसे पहले अमरिंदर भी संन्यास की घोषणा कर चुके हैं.

loksabha election banner

एसवी सुनील ने अपने रिटायरमेंट का एलान करते हुए एक पोस्ट लिखा है, जिसमें उन्होंने कहा है, "मेरा शरीर कहता है कि मैं इसे अभी भी कर सकता हूं, मेरा दिल कहता है कि इसके लिए जाओ, लेकिन मेरा मन कहता है कि ब्रेक लेने का समय आ गया है। पहली बार भारतीय जर्सी पहनने के 14 साल से अधिक समय के बाद, मैंने अगले सप्ताह शुरू होने वाले राष्ट्रीय शिविर के लिए खुद को अनुपलब्ध रखने का फैसला किया है।"

उन्होंने आगे लिखा है, "मैं अपने सहित सभी से झूठ बोलूंगा, अगर मैं कहूं कि मैं खुश हूं यार। मैंने हमेशा ओलिंपिक में अपनी टीम को पोडियम तक पहुंचाने में मदद करने का सपना देखा था और यह आखिरी पड़ाव होगा। दुर्भाग्य से यह नहीं हो सका। मेरे साथियों का कांस्य पदक जीतना एक विशेष अनुभूति है, वास्तव में महाकाव्य, भले ही यह व्यक्तिगत रूप से कुछ दुख से भरा हो, लेकिन मुझे पता है, यह सही फैसला है।"

अपनी बात को आगे बढ़ाते हुए उन्होंने लिखा, "यह सबसे आसान निर्णय नहीं था, लेकिन यह सबसे कठिन भी नहीं था, यह देखते हुए कि मैं इसे टोक्यो ओलिंपिक के लिए टीम में जगह नहीं बना पाया। इस चूक ने 11 खिलाड़ियों की टीम वाले प्रारूप में एक खिलाड़ी के रूप में मेरे भविष्य पर सवालिया निशान लगा दिया। 2024 के पेरिस ओलिंपिक के तीन साल दूर होने के साथ मुझे लगता है कि एक वरिष्ठ खिलाड़ी के रूप में यह महत्वपूर्ण है कि मैं युवाओं के लिए रास्ता बनाऊं और भविष्य के लिए एक विजेता टीम बनाने में मदद करूं।"

एसवी सुनील ने ये भी कहा है कि वे हाकी इंडिया के लिए हर समय हर भूमिका में खड़े हैं। उन्होंने कहा, "मैं खेल के छोटे प्रारूप में खेलने के लिए उपलब्ध रहूंगा और भारतीय हाकी के साथ किसी भी क्षमता में शामिल रहूंगा, जो हाकी इंडिया मुझसे चाहता है। मैंने पिछले 14 सालों में पिच के अंदर और बाहर काफी कुछ देखा है। मैंने देश के लिए अपना सर्वश्रेष्ठ देने पर ध्यान केंद्रित करने के लिए व्यक्तिगत त्रासदियों, करियर के लिए खतरनाक चोटों और अन्य असफलताओं का सामना किया है। मुझे 2014 के एशियाई खेलों का स्वर्ण गर्व के साथ याद है, यह हम में से कई लोगों के लिए निर्णायक मोड़ था और मैं आभारी हूं कि मैंने 2012 में लंदन में और 2016 में रियो में दो ओलंपिक खेलों में अपने देश का प्रतिनिधित्व किया।"

उन्होंने हाकी इंडिया को धन्यवाद कहते हुए आखिरी शब्दों में लिखा, "हाकी इंडिया, मेरे साथियों और कोचों, सहयोगी मित्रों, बीपीसीएल और मेरे प्यारे परिवार, विशेषकर मेरी पत्नी निशा को उनके बिना शर्त समर्थन के लिए मेरा हार्दिक आभार। अंत में, मीडिया को मेरा धन्यवाद।" 32 साल के एसवी सुनील एशियन गेम्स, एशिया कप और एशियन चैंपियंस ट्राफी में गोल्ड मेडल जीतने वाली टीम का हिस्सा रहे हैं।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.