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Tokyo Olympics में ऐसा रहा भारतीय महिला हॉकी टीम का सफर, हार की हैट्रिक से उबरी थी टीम

Tokyo Olympics 2020 से भारतीय महिला हॉकी टीम का सफर समाप्त हो गया है। भारत ने चौथे स्थान पर रहकर टूर्नामेंट का समापन किया है। हम जानते हैं कि भारतीय महिला टीम का सफर टोक्यो ओलिंपिक में कैसा रहा है।

By Vikash GaurEdited By: Published: Fri, 06 Aug 2021 10:00 AM (IST)Updated: Fri, 06 Aug 2021 10:00 AM (IST)
Tokyo Olympics में ऐसा रहा भारतीय महिला हॉकी टीम का सफर, हार की हैट्रिक से उबरी थी टीम
Indian Womens Hockey Team (फोटो हॉकी इंडिया)

नई दिल्ली, ऑनलाइन डेस्क। Tokyo Olympics 2020 से भारतीय महिला हॉकी टीम की विदाई हो गई है। भारत महिला हॉकी टीम देश को कोई पदक नहीं दिला सकी। भारतीय महिला टीम को पहले सेमीफाइनल में अर्जेंटीना से हार मिली और फिर कांस्य पदक की लड़ाई में भारत ग्रेट ब्रिटेन की टीम से हार गया। इसी के साथ भारत का टोक्यो ओलिंपिक खेलों में हॉकी के खेल से सफर समाप्त हो गया। हालांकि, इन ओलिंपिक खेलों में पुरुष हॉकी टीम ने कांस्य पदक जीता है।

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अब बात करते हैं कि रानी रामपाल की कप्तानी वाली भारतीय महिला टीम का सफर इन ओलिंपिक खेलों में कैसा रहा है। महज तीसरी बार ओलिंपिक खेलने उतरी भारतीय टीम को लीग फेज में हार की हैट्रिक झेलनी पड़ी। एक के बाद एक लगातार तीन मुकाबले भारत ने गंवाए और फिर लगातार तीन मैचों में जीत की हैट्रिक लगाई टीम सेमीफाइनल में पहुंची और फिर लगातार दो मुकाबले हारकर भारतीय महिला हॉकी टीम टूर्नामेंट से भी बाहर हो गई।

देखा जाए तो ओलिंपिक खेलों में भारतीय महिला हॉकी टीम का ये सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन है, क्योंकि पहली बार टीम सेमीफाइनल तक पहुंची, लेकिन सच्चाई ये भी है कि भारत ने चौथे स्थान पर ये टूर्नामेंट समाप्त किया है। 1980 में जब 6 टीमें ओलिंपिक में हॉकी के खेल में उतरी थीं तो भारतीय महिला टीम उस समय भी रोबिन राउंड वाले फॉर्मेट के हिसाब से चौथे स्थान पर थी। वहीं, 2016 के रियो ओलंपिक में भारत 12वें स्थान पर था।

टोक्यो 2020 में मर्दानियों का सफर

लगातार दूसरी बार ओलिंपिक खेलने उतरी भारतीय महिला टीम को पहले मैच में नीदरलैंड्स के हाथों 5-1 से हार झेलनी पड़ी। वहीं, दूसरे मैच में जर्मनी ने भारत को 2-0 से हराया और तीसरे मैच में ग्रेट ब्रिटेन से 4-1 से हार मिली। इन तीन मैचों के बाद लग रहा था कि भारत अपना वही प्रदर्शन दोहराएगा, जो कि 2016 कि रियो ओलिंपिक में था। भारत उन ओलिंपिक खेलों में 12वें स्थान पर रहा था। हालांकि, यहां से भारत ने कमाल का प्रदर्शन दिखाना शुरू किया।

लीग फेज के चौथे मैच में भारतीय टीम ने आयरलैंड को 1-0 से हराकर अपनी वापसी का संकेत दिया। आखिरी लीग मैच में भारत ने साउथ अफ्रीका को 4-3 से हराया, लेकिन ये आंकड़े क्वार्टर फाइनल में पहुंचने के लिए काफी नहीं थे। भारत को दूसरी टीमों के नतीजों पर भी निर्भर होना पड़ा, लेकिन किस्मत अच्छी रही कि भारत क्वार्टर फाइनल में पहुंच गया, जहां उसका सामना ऑस्ट्रेलिया से हुआ और भारत ने कंगारू टीम को 1-0 से मात दे दी।

भारत लगातार तीन मैच टोक्यो ओलंपिक में जीत चुका था और चौथा मैच अगर जीत जाता तो भारत के पास कम से कम सिल्वर मेडल जीतने का मौका होता, लेकिन टीम अर्जेंटीना से 2-1 से हार गई। हालांकि, अभी भी भारत के पास कांस्य पदक जीतने का मौका था, लेकिन भारतीय महिला टीम को ग्रेट ब्रिटेन के हाथों 4-3 से हार झेलनी पड़ी और टूर्नामेंट बिना पदक के समाप्त करना पड़ा।


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