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एशियन गेम्स में हम किसी टीम को हल्के में नहीं ले सकते: हरेंद्र सिंह

एशियन गेम्स में दुनिया की पांचवें नंबर की टीम भारत को पूल 'ए' में कोरिया, जापान, श्रीलंका और हांगकांग के साथ रखा गया है।

By Sanjay SavernEdited By: Published: Tue, 17 Jul 2018 07:47 PM (IST)Updated: Wed, 18 Jul 2018 10:58 AM (IST)
एशियन गेम्स में हम किसी टीम को हल्के में नहीं ले सकते: हरेंद्र सिंह
एशियन गेम्स में हम किसी टीम को हल्के में नहीं ले सकते: हरेंद्र सिंह

नई दिल्ली। भारतीय पुरुष हॉकी टीम के मुख्य कोच हरेंद्र सिंह का मानना है कि अगले महीने होने वाले एशियन गेम्स में गत चैंपियन भारत स्वर्ण पदक जीतने का प्रबल दावेदार होने के बावजूद चीजों को हल्के में नहीं ले सकता।

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दुनिया की पांचवें नंबर की टीम भारत को पूल 'ए' में कोरिया, जापान, श्रीलंका और हांगकांग के साथ रखा गया है जबकि पूल 'बी' में मलेशिया, पाकिस्तान, बांग्लादेश, ओमान, थाइलैंड और मेजबान इंडोनेशिया को जगह मिली है। भारत अपने अभियान की शुरुआत 22 अगस्त को हांगकांग के खिलाफ करेगा जबकि इसके बाद जापान (24 अगस्त), कोरिया (26 अगस्त) और श्रीलंका (28 अगस्त) से भिड़ेगा।

हरेंद्र ने कहा, 'हम गत चैंपियन हैं लेकिन हम किसी टीम को हल्के में नहीं ले सकते। मैं इसे आसान ग्रुप नहीं कह सकता। हमें प्रत्येक टीम के खिलाफ बेहद सतर्क रहना होगा क्योंकि हम हांगकांग और श्रीलंका जैसी टीमों के खिलाफ नहीं खेले हैं। जापान एशिया में उभरती हुई टीम है और किसी भी टीम को हैरान करने में सक्षम हैं। उन्होंने हाल के टूर्नामेंटों में अच्छा प्रदर्शन किया है जबकि कोरिया की टीम भी अच्छी है और रक्षात्मक हॉकी खेलती है।'

भारत ने 2014 एशियन गेम्स के फाइनल में पाकिस्तान को हराकर खिताब जीता था। एशियन गेम्स 2018 के विजेता को सीधे टोक्यो ओलंपिक 2020 का टिकट मिलेगा जिसके कारण हरेंद्र और उनकी टीम खिताब जीतने को बेताब है। मुख्य कोच ने कहा, 'मैं उम्मीद करता हूं कि टीम एक बार फिर स्वर्ण पदक जीतने के लिए भूखी होगी और 2020 ओलंपिक के लिए सीधे क्वालीफाई करेगी। मैं स्पष्ट कर देना चाहता हूं कि आत्ममुग्धता के लिए कोई जगह नहीं है।'

दूसरी तरफ, भारतीय महिला टीम को पूल 'बी' में गत चैंपियन कोरिया, थाइलैंड, कजाखिस्तान और इंडोनेशिया के साथ रखा गया है। पूल 'ए' में चीन, जापान, मलेशिया, हांगकांग चीन और चीनी ताइपे को रखा गया है। महिला टीम 19 अगस्त को मेजबान इंडोनेशिया से पहला मैच खेलेगी। इसके बाद उसका सामना कजाखिस्तान (21 अगस्त), कोरिया (25 अगस्त) और थाइलैंड (27 अगस्त) से होगा।

भारतीय महिला टीम के मुख्य कोच शोर्ड मारिन की नजरें भी एशियन गेम्स में स्वर्ण पदक पर टिकी हैं, लेकिन उन्होंने कहा कि उनकी टीम को कोरिया से कड़ी टक्कर मिलेगी। मारिन ने कहा, 'एशियन गेम्स के पूल में कोरिया हमारे लिए सबसे बड़ी चुनौती होगा और मुझे खुशी है कि इस साल हमने उनके खिलाफ कुछ मैच खेले हैं और पता है कि वे कैसे खेलते हैं।' भारतीय महिला टीम ने 2014 के सत्र में कांस्य पदक जीता था।


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