हॉकी वर्ल्डकप 2018: सिमरनजीत के गोल दागते ही झूम उठे परिजन
सिमरनजीत रुहेलखंड से विश्व कप तक पहुंचने वाले वह पहले खिलाड़ी हैं।
जासं, जेएनएन। विश्व कप हॉकी के पहले ही मैच में सिमरनजीत सिंह ने जैसे ही गोल दागा तो उनके परिजन खुशी से झूम उठे। सिमरनजीत के दो गोल की बदौलत भारतीय टीम ने दक्षिण अफ्रीका को पांच शून्य से करारी शिकस्त दी। इसके बाद उनके परिवार में जश्न का माहौल है।
बुधवार देरशाम विश्व कप हॉकी में भारतीय टीम का पहला मुकाबला दक्षिण अफ्रीका से हुआ। मुकाबला शुरू होते ही पिता इकबाल सिंह, माता मंजीत कौर, दादी गुरमीत कौर, बहन नवनीत कौर, भाई अर्शजीत सिंह टीवी के सामने बैठ गए। मैच के 43वें और 46वें मिनट में सिमरनजीत ने दो गोल कर टीम इंडिया को 5-0 से बढ़त दिला दी। माता-पिता और दादी सिमरनजीत की कामयाबी के लिए भगवान का धन्यवाद करने लगे। बहन नवनीत कौर भी लाडले भाई की कामयाबी से बेहद खुश दिखाई दी।
सिमरनजीत रुहेलखंड से विश्व कप तक पहुंचने वाले वह पहले खिलाड़ी हैं। भारतीय टीम में उन्हें फॉरवर्ड के तौर पर चयनित किया गया है। सरदार सिंह के संन्यास लेने, एसवी सुनील, रुपिंदरपाल सिंह की अनुपस्थिति में सिमरनजीत पर बड़ी जिम्मेदारी है। यह नवोदित सितारा जिले के मझोला क्षेत्र में मझारा फार्म निवासी किसान इकबाल सिंह का बेटा है। बचपन से ही हॉकी के प्रति जबरदस्त लगाव था।
वर्ष 2007 में पंजाब से आए अपने ताऊ रक्षपाल सिंह के साथ पहली बार हॉकी थामी थी। पटियाला में उन्हें हॉकी के गुर सिखाए गए। इसके बाद उन्होंने भारतीय जूनियर हॉकी टीम में जगह बनाई थी। वर्ष 2017 में सिमरनजीत भारतीय सीनियर टीम का हिस्सा बन गए।
मंगलवार को ओडिशा की राजधानी भुवनेश्वर में शुरू हुए विश्व कप हॉकी टूर्नामेंट की टीम में बतौर फारवर्ड चुना गया है। सिमरनजीत अब तक दो दर्जन अंतरराष्ट्रीय मैचों में देश का प्रतिनिधित्व कर चुके हैं। उनके खेल की बदौलत भारतीय टीम कई बार कामयाबी के झंडे गाड़ चुकी है।