ओलंपियन मो. शाहिद की पत्नी पदक वापस करने के लिए आज दिल्ली के लिए रवाना
परवीन शाहिद ने गुरुवार को बताया कि जब तक प्रधानमंत्री से मुलाकात नहीं होगी, तब तक वह दिल्ली में ही रहेंगी।
जागरण संवाददाता, वाराणसी। मास्को ओलंपिक 1980 में भारत को हॉकी में स्वर्ण पदक दिलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले पद्मश्री मोहम्मद शाहिद की पत्नी शुक्रवार को शिव गंगा एक्सप्रेस से दिल्ली रवाना होंगी। वहां पर वह कई नामी-गिरामी खिलाडि़यों के साथ प्रधानमंत्री से मिलेंगी और मोहम्मद शाहिद को अब तक मिले सभी पुरस्कार वापस कर देंगी।
परवीन शाहिद ने गुरुवार को बताया कि जब तक प्रधानमंत्री से मुलाकात नहीं होगी, तब तक वह दिल्ली में ही रहेंगी। गौरतलब कि ओलंपियन मोहम्मद शाहिद का इंतकाल 20 जुलाई 2016 को हुआ था। उस समय केंद्रीय मंत्री सहित कई अंतरराष्ट्रीय हॉकी खिलाडि़यों ने कई वायदे किए थे लेकिन वे आज तक पूरे नहीं हुए। इससे दुखी होकर उन्होंने मोहम्मद शाहिद को मिले पद्मश्री, अर्जुन पुरस्कार सहित 23 पदक प्रधानमंत्री को वापस करने का फैसला किया है।
ये हैं प्रमुख मांगें
-बनारस में डा. भीमराव अंबेडकर क्रीड़ा संकुल के हॉकी मैदान का नाम मोहम्मद शाहिद हॉकी स्टेडियम हो।
- बनारस में हर वर्ष मोहम्मद शाहिद स्मृति अखिल भारतीय हॉकी प्रतियोगिता आयोजित हो।
- मोहम्मद शाहिद हॉकी अकादमी बनारस में खुले।
- उत्तर प्रदेश में हर वर्ष हॉकी के सर्वोत्तम खिलाड़ी को मोहम्मद शाहिद पुरस्कार मिले।
मोहम्मद शाहिद की पत्नी ने बताया कि उनसे मिलने शुक्रवार को उत्तर प्रदेश के खेल निदेशक डा. आरपी सिंह आ रहे हैं।
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