जिला परिषद को मिला 2.29 करोड़ का अनुदान
जिला मुख्यालय में बुधवार को जिला परिषद की प्रथम त्रैमासिक बैठक हुई। इसकी अगुआई नवनिर्वाचित अध्यक्ष नीलम कुमारी ने की।
जागरण संवाददाता, ऊना : जिला मुख्यालय में बुधवार को जिला परिषद की प्रथम त्रैमासिक बैठक हुई। इसकी अगुआई नवनिर्वाचित अध्यक्ष नीलम कुमारी ने की। उन्होंने बताया कि 15वें वित्त आयोग के तहत टाइड एवं अनटाइड फंड के तहत जिला परिषद को दो करोड़ 29 लाख रुपये का अनुदान प्राप्त हुआ है। इसमें से 98 लाख की राशि के शेल्फ पूर्व बैठकों में पारित करके 74 लाख राशि के स्वीकृति आदेश जारी किए गए हैं।
नीलम कुमारी ने कहा कि नवनिर्वाचित सदस्यों को परिषद की कार्यप्रणाली वाली पूर्ण जानकारी के अभाव में जिला प्रशासन से यह अपेक्षा की कि 15वें वित्त आयोग के अंतर्गत पंचायतीराज नियमों एवं अधिनियमों के तहत विकास को गति देने के उद्देश्य से प्रशासन रचनात्मक सहयोग देगा। 15वें वित्त आयोग के तहत करवाए जाने वाले कार्यो के लिए शेष बची हुई राशि पर विधानसभा के बजट सत्र के उपरांत जिला परिषद की अगली बैठक में चर्चा की जाएगी।
सरकार ने विभिन्न विभागों को ऑनलाइन किया
अतिरिक्त उपायुक्त डा. अमित कुमार शर्मा ने बताया कि सरकार की ओर से विभिन्न विभागों को ऑनलाइन किया गया है, जिसमें नागरिकों को प्रदान की जाने वाली अधिकतर सेवाओं को ऑनलाइन कर दिया है ताकि त्वरित समस्याओं के निदान के साथ-साथ पारदर्शिता भी बनी रहे। फिर भी कोई आशंका हो तो प्रशासन सदैव जनता की सेवा में तत्पर है। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि संबंधित विभाग के माध्यम से कार्यान्वित की जा रही विभिन्न जन कल्याणकारी नीतियों बारे जिला परिषद को विस्तृत जानकारी उपलब्ध करवाई जाए जिससे लोगों को राहत पहुंचाई जा सके। जिले की सीमाओं पर बेसहारा गोवंश की पुलिस करे कड़ी निगरानी
जिला परिषद उपाध्यक्ष कृष्ण पाल शर्मा ने कहा कि विभिन्न विभागों के अधिकारी अपने-अपने विभाग से संबंधित योजनाओं की जानकारी जिला परिषद सदस्यों को उपलब्ध करवाएं ताकि दूर छोर पर बैठे गरीब से गरीब व्यक्ति तक योजनाओं का लाभ पहुंचाया जा सके। जिले में 25 गौसदन सक्रिय होने के बावजूद सड़कों पर बेसहारा गोवंश की समस्या बनी हुई है। जिले में बेसहारा गोवंश को गोसदन भेज दिया गया था, लेकिन सीमाओं से भी लोग मालवाहकों में पशुओं को छोड़ रहे हैं जिससे इस समस्या का पूर्ण निदान नहीं हो पा रहा। उन्होंने पुलिस विभाग से आग्रह किया कि जिले की सीमाओं पर इस संदर्भ में कड़ी निगरानी रखी जाए और जिले की सीमा में दाखिल होने वाले प्रत्येक मालवाहक की जांच की जाए। कई पार्षदों ने बेसहारा पशुओं के लिए सेंक्चुरी स्थापित करने का भी सुझाव रखा। जिला परिषद की स्थायी समितियों का गठन, नीलम को बनाया अध्यक्ष
जिला परिषद की बैठक में पांच स्थायी समितियों का गठन किया गया जिसमें प्रत्येक समिति में अध्यक्ष सहित पांच सदस्य मनोनीत किए। साधारण स्थायी समिति में जिला परिषद अध्यक्ष नीलम कुमारी को अध्यक्ष जबकि जिला पार्षद रजनी मनकोटिया, नरेश कुमारी, अशोक कुमार व चैतन्य शर्मा सदस्य होंगे। वित्त, संपरीक्षा और योजना समिति की अध्यक्ष नीलम कुमारी, सदस्य अशोक कुमार, संगीता देवी, सतीश कुमार व ओंकार को मनोनीत किया गया। सामाजिक न्याय समिति जिला परिषद उपाध्यक्ष कृष्ण पाल की अध्यक्षता में गठित की गई जिसमें सतीश कुमार, कुलदीप कुमार, रमा कुमारी तथा रजनी मनकोटिया सदस्य होंगे। शिक्षा और स्वास्थ्य समिति में ओंकार, गुलजार सिंह, कमल सैनी, नरेश कुमारी व रजनी बाला सदस्य होंगे, जो स्वयं समिति अध्यक्ष का चुनाव करेंगे। इसके अलावा कृषि और उद्योग समिति में कमल सैनी, ओंकार, सत्या देवी, उर्मिला देवी व नरेश कुमारी को सदस्य मनोनीत किया गया। स्वीकृत कार्यो का मांगा ब्यौरा
जिला परिषद सदस्यों ने विभागीय अधिकारियों को विभिन्न विभागों के माध्यम से जिला परिषद के तहत स्वीकृत कार्यो, अधूरे कार्यो और स्थिति के बारे में जानकारी देने को कहा। इस पर बीडीओ, रोजगार, उद्योग विभाग ने अपने विभाग से संबंधित विभिन्न कार्यो की जानकारी दी। बैठक में कुछ विभागों की तरफ से सरकारी योजनाओं के पंफलेट्स भी वितरित किए गए।
ये रहे मौजूद
इस मौके पर डीसपी रमाकांत ठाकुर, जिला आयुर्वेद अधिकारी राजेश शर्मा, जिला रोजगार अधिकारी अनिता गौतम, वरिष्ठ अधिकारी मत्स्य विवेक शर्मा, जिला कल्याण अधिकारी सुरेश शर्मा सहित खंड विकास अधिकारी व अन्य विभागों के अधिकारी व कर्मचारी उपस्थित रहे।