धर्मशाल महंता की दो पंचायतों में पेयजल संकट
सिंचाई एवं जनस्वास्थ्य विभाग द्वारा संचालित धर्मशाल महंता उठाऊ पेयजल परियोजना से पानी की सप्लाई ठीक ढंग से न देने पर दो पंचायतों में पेयजल संकट गहरा गया है।
संवाद सहयोगी, चिंतपूर्णी : सिंचाई एवं जनस्वास्थ्य विभाग द्वारा संचालित धर्मशाल महंता उठाऊ पेयजल परियोजना से पानी की सप्लाई ठीक ढंग से न देने पर दो पंचायतों में पेयजल संकट गहरा गया है। धर्मशाल महंता और धर्मसाल महंता (खास) में लोगों को पीने के पानी के लिए इधर-उधर भटकना पड़ रहा है। आलम यह है कि एक सप्ताह बाद पानी की सप्लाई हो पा रही है। वहीं विभाग का कहना है कि नई स्कीम के चालू होने के बाद ही इस समस्या का स्थायी समाधान हो पाएगा।
इस परियोजना से दो पंचायतों की लडियारिया बस्ती, प्राढ़बड़, मुआफी बस्ती, सिद्धर वाडले बस्ती व पटियाल बस्ती और चन्नौरिया बस्ती को सप्लाई की जाती है। इस योजना पर लगभग चार सौ से ज्यादा परिवार निर्भर हैं। ऐसे में जब पेयजल की सप्लाई बाधित होती है तो दो गांवों में पेयजल के लिए त्राहि-त्राहि मच जाती है।
स्थानीय निवासी अशोक कुमार, बालकृष्ण, महेंद्र सिंह, दर्शना देवी, राकेश कुमार, अमित शर्मा और अनुपम कौंडल ने कहा यह स्कीम बेहद पुरानी है। तीन दशक से काम कर रही है। इस दौरान आबादी में काफी इजाफा हुआ है। इतना ही नहीं कई जगहों से पानी की पाइपें लीक कर रही हैं, जिस वजह से ग्रामीण क्षेत्र की दूरदराज की बस्तियों में पानी नहीं पहुंच पा रहा है। जब स्कीम चौबीस घंटे तक नहीं चलती है तो रूटीन में पानी की सप्लाई नहीं हो पाती है। लगभग हर बस्तियों को सातवें दिन सप्लाई दी जाती है। ऐसे में जब पेयजल सप्लाई बाधित होती है तो गांववासियों को बेहद परेशानी का सामना करना पड़ता है। लोगों ने आग्रह किया कि इस स्कीम की खामी को तुरंत ठीक किया जाए ताकि पेयजल की सप्लाई बाधित न हो।
इस बारे में विभाग के कनिष्ठ अभियंता नीरज कुमार ने कहा यह पुरानी स्कीम है। स्कीम के विस्तारीकरण का कार्य चला हुआ है। इसके बाद पेयजल की कमी इन पंचायतों में नहीं रहेगी।