पानी की बूंद-बूंद को तरसे जोडबड़ वासी
मुख्यमंत्री साहब जनमंच में भी नहीं हो रहा समस्याओं का हल। अब आप ही करो पेयजल समस्या का हल।
संवाद सहयोगी, चिंतपूर्णी : मुख्यमंत्री साहब जनमंच में भी नहीं हो रहा समस्याओं का हल। अब आप ही करो पेयजल समस्या का हल। चितपूर्णी के समीपवर्ती जोडबड़ में पेयजल को लेकर हाहाकार मचा हुआ है। जोडबड़ के गांव करसाल व मस्तपाल में तो लोग पानी की बूंद- बूंद को तरस गए हैं। लंबे समय से पेयजल समस्या बनी हुई है। इसका मुख्य कारण पेयजल पाइपों का टूटना है।
स्थानीय निवासी वीना देवी, चमन लाल, राजिंद्र प्रसाद, पूर्व बीडीसी शर्मिला शर्मा ने विभाग को लिखित शिकायत भी दी है लेकिन अभी तक कोई समाधान नहीं हुआ है। लोग पानी के टैंकर मंगवाने को मजबूर हैं। मजबूरी में मटमैला पानी भी पीना पड़ रहा है। स्थानीय लोगों ने बताया कि करीब दो माह पहले पीडब्ल्यूडी ने सड़क को ठीक करने के लिए रोडके साथ लगती पेयजल पाइपों को भी तोड़ दिया था। अब दोनों ही विभाग गहरी नींद में सोए हुए हैं। लोग जिन कुओं व प्राकृतिक स्त्रोतों का पानी पी रहे हैं, उनमें कहीं सांप तो कहीं नेवले मरे हुए हैं। लोग दूषित पानी ही पी रहे हैं। मामले को लेकर पंच मुनीश शर्मा, पंच संजीव सहित अन्यों ने भी मौके का जायजा लिया। वहीं गांव की महिला वीणा देवी ने बताया कि ब्राह्मण बस्ती में पेयजल नहीं मिल रहा है। मामले की शिकायत संबंधित विभाग को की गई लेकिन कोई हल नहीं निकला। अब मजबूर होकर मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर को लिखित शिकायत भेजी है। वहीं इस संबंध में सिचाई एवं जनस्वास्थ्य विभाग के एसडीओ ने कहा समस्या का जल्द समाधान कर दिया जाएगा।