स्वयंसेवी संस्थाएं संभालेंगी दो गोशालाएं
दो गोशालाओं का संचालन अब स्वयंसेवी संस्थाएं करेंगी।
संवाद सहयोगी, अम्ब : प्रशासन ने उपमंडल अम्ब की दो गोशालाओं के संचालन की जिम्मेदारी स्वयंसेवी संस्थाओं को दी है। प्रशासन का यह फैसला उपमंडल में गोवंश संरक्षण व गोशालाओं के बेहतर संचालन को गति देने के रूप में देखा जा रहा है। बुधवार को एसडीएम कार्यालय में आयोजित बैठक में बीडीओ अम्ब व स्वयंसेवी संस्थाओं के संचालकों ने एमओयू पर हस्ताक्षर कर इस फैसले को कानूनी रूप दे दिया।
एमओयू के तहत हंबोली पंचायत की गोशाला का संचालन स्वयंसेवी संस्था हिमालयन नेचुरल रिसोर्सेस आर्गेनाइजेशन और धंधड़ी गोशाला का संचालन रुद्रा संकल्प सोसायटी को दिया गया है। एमओयू की शर्तो के अनुसार प्रशासन इन संस्थाओं को 50 गाय रखने तक की क्षमता का शेड, पानी की व्यवस्था और पशुओं को चारा खिलाने के लिए जरूरी ढांचा उपलब्ध करवाएगा। इन दोनों गोशालाओं के संचालन पर आने वाला खर्च इन संस्थाओं को ही वहन करना पड़ेगा। जब तक इन गोशालाओं में 50 तक गाय नहीं आ जाएंगी, उस समय तक प्रशासन किसी भी जानवर को इस गोशाला में रखने के निर्देश दे सकता है। संचालकों को 29 गोवंश होने तक प्रशासन की तरफ से किसी भी प्रकार की वित्तीय सहायता नहीं दी जाएगी जबकि 29 से ऊपर संख्या हो जाने के बाद ही माह में 500 रुपये प्रति गाय खर्च दिया जाएगा। संचालक गोसदनों का संचालन अपनी मर्जी से नहीं छोड़ पाएंगे। सदन छोड़ने से पहले उन्हें तीन महीने का नोटिस देना पड़ेगा। अगर इस बीच वे बिना नोटिस दिए गोसदन का संचालन छोड़ते हैं तो प्रशासन उनसे 1000 रुपये प्रति मवेशी के हिसाब से छह महीने का खर्च वसूल करेगा। उपमंडल की हंबोली और धंधड़ी पंचायत की गोशालाओं का संचालन निजी संस्थाओं को सौंपा गया है। बुधवार को एसडीएम कार्यालय में आयोजित बैठक में इन संस्थाओं के संचालकों के साथ एमओयू पर हस्ताक्षर किए गए हैं।
-सुदर्शन सिंह, बीडीओ, अम्ब प्रशासन ने उपमंडल की दो गोशालाओं का संचालन स्वयंसेवी संस्थाओं को दिया है। इसके लिए बीडीओ अम्ब व इनके बीच एमओयू किया गया है। प्रशासन समय-समय पर गोशालाओं का निरीक्षण करता रहेगा। संचालकों की समस्याओं का पूरा ध्यान रखा जाएगा और जरूरत पड़ने पर उनकी सहायता भी की जाएगी।
-मनेश यादव, एसडीएम, अम्ब