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साहब! दस वर्ष पहले उजड़े थे अब तो रहम करो

60 हजार महीने दे तो बंद कर देंगे दुकानदारी -40 साल से ज्यादा समय से अम्ब- ऊना रोड में चला रहे द

By JagranEdited By: Published: Thu, 16 Sep 2021 07:41 PM (IST)Updated: Thu, 16 Sep 2021 07:41 PM (IST)
साहब! दस वर्ष पहले उजड़े थे अब तो रहम करो
साहब! दस वर्ष पहले उजड़े थे अब तो रहम करो

60 हजार महीने दे तो बंद कर देंगे दुकानदारी

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-40 साल से ज्यादा समय से अम्ब- ऊना रोड में चला रहे दुकानदारी

संवाद सहयोगी, ऊना : साहब! हमें सरकार और एनएच विभाग मासिक खर्च 60 हजार रुपये दे दे तो हम अपनी दुकानों पर ताला लगाकर चाबियां प्रशासन के सुपुर्द कर देंगे। दुकानदारी करते हुए काफी वर्ष बीत गए हैं, हमारे बच्चों की रोटी इन्ही दुकानों की कमाई से चल रही है, बार-बार एनएच की ओर से दुकानों को पीछे हटाने के लिए कहा जा रहा है। दस वर्ष पूर्व एनएच के कहे अनुसार दुकानें पीछे भी कर ली थी। अब फिर नोटिस जारी करते हुए दुकानदारों को डराया जा रहा है। यह दास्तां वीरवार को उपायुक्त राघव शर्मा से मिलने पहुंचे ऊना-अम्ब रोड स्थित दुकानदारों ने सुनाई। एनएच प्राधिकरण की ओर से दुकानों को अतिक्रमण बताते हुए इसे एक सप्ताह तक हटाने के निर्देश दिए गए हैं। ऐसा न करने पर अगले कुछेक दिनों में नोटिस थमाने की बात भी कही गई है। इसी मांग को लेकर प्रतिनिधिमंडल ने डीसी को ज्ञापन सौंपा और राहत की गुहार लगाई।

दुकानदारों में सुखवंत सिंह, राजिद्र कुमार, हरिद्र सिंह, नरिदर कुमार आदि ने बताया कि उन्हें 40 साल और इससे ज्यादा समय अम्ब रोड ऊना में दुकान करते हुए हो चुका है। 10 साल पहले भी एनएच विभाग की ओर से अतिक्रमण हटाने के निर्देश दिए गए थे, जिसे मानते हुए सभी दुकानदारों ने दुकानें तोड़ी और पीेछे हटा ली थी। कई दुकानदार तब उजड़ भी गए थे तो कई की दुकानें जरूरत से ज्यादा छोटी हो गई थी, लेकिन एक बार फिर अब एनएच विभाग की ओर से राजस्व विभाग के अधिकारियों संग मिलकर निशानदेही की गई, जिसमें निशान कई दुकानदारों की दुकानों के बीच तक आएं हैं। ऐसे में अधिकांश दुकानदार फिर से उजड़ जाएंगे।

दुकानदारों का आरोप है कि जो दस वर्ष पूर्व कार्रवाई की थी, वह क्या थी। दुकानदार लंबे समय से अपनी रोजी रोटी कमा रहे हैं वह जमीन भी उनकी है। जहां दुकानदार कोई आटा चक्की, केमिस्ट, मटन शाप, पेट आदि विभिन्न प्रकार के व्यवसाय से जुड़े हैं। दुकानदारों ने सीधे शब्दों में कहा कि विभागीय निशानदेही से सहमत नहीं है। यहां जितने भी दुकानदार है सबकी मलकीयत भूमि है। अधिकांश ने दुकानें किराये पर दे रखी हैं। दूसरा इस निशानदेही से पहले किसी प्रकार का कोई नोटिस भी दुकानदारों को नहीं दिया गया। प्रशासन दुकानदारों को उजाड़ने से पहले तथ्यों को देखें और पुरानी निशानदेही के फैसले को ही बरकरार रखे। उधर, उपायुक्त ऊना राघव शर्मा ने प्रतिनिधिमंडल की बात सुनते हुए उचित कार्रवाई का आश्वासन दिया है। दूसरी ओर एनएच विभाग के एसडीओ राजेश शर्मा पहले ही स्थिति स्पष्ट कर चुके हैं कि जिन दुकानदारों का अतिक्रमण एनएच की जमीन पर था राजस्व विभाग के साथ मिलकर पैमाइश की गई है। इन्हें आगामी चंद दिनों का समय देकर अतिक्रमण हटाने के निर्देश भी दिए गए हैं।


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