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सफलता के लिए कोई शार्टकट नहीं होता

नेशनल शिपिग बोर्ड के सदस्य कैप्टन संजय पराशर ने कहा है कि सफलता के लिए कोई शार्टकट नहीं होता है और असफलता कभी बहाने बनाने का मौका नहीं देती है। अगर कोई विद्यार्थी किसी अन्य साथी अथवा सहपाठी के टाप करने पर यह सोचता है कि उसने यह सफलता रातोंरात हासिल की है या फिर उसकी अच्छी किस्मत होने की वजह से उसने यह मुकाम हासिल किया है तो यह सोचना सरासर गलत है।

By JagranEdited By: Published: Fri, 03 Dec 2021 05:38 PM (IST)Updated: Fri, 03 Dec 2021 05:38 PM (IST)
सफलता के लिए कोई शार्टकट नहीं होता
सफलता के लिए कोई शार्टकट नहीं होता

संवाद सहयोगी, चितपूर्णी : नेशनल शिपिग बोर्ड के सदस्य कैप्टन संजय पराशर ने कहा है कि सफलता के लिए कोई शार्टकट नहीं होता है और असफलता कभी बहाने बनाने का मौका नहीं देती है। अगर कोई विद्यार्थी, किसी अन्य साथी अथवा सहपाठी के टाप करने पर यह सोचता है कि उसने यह सफलता रातोंरात हासिल की है, या फिर उसकी अच्छी किस्मत होने की वजह से उसने यह मुकाम हासिल किया है तो यह सोचना सरासर गलत है। सफलता किसी को भी एक झटके में नहीं मिलती। इसके लिए लगातार प्रयास करते रहने की जरूरत होती है।

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पराशर ने चेन्नई स्थित हिदुस्तान इंस्टीट्यूट आफ मेरीटाइम ट्रेनिग संस्थान के परिसर में विद्यार्थियों को मोटिवेशनल कार्यक्रम के अध्यक्षीय भाषण में कहा कि जिदगी और करियर में कई उतार-चढ़ाव आते रहते हैं। उम्मीद कभी नहीं छोड़नी चाहिए। जीवन में आगे बढ़ने के लिए धैर्य, संयम और दृढ़ सकंल्प की आवश्यकता होती है। खुद का उदाहरण देते हुए संजय ने कहा कि उन्होंने भी कई बार असफल होने के बाद सफलता का स्वाद चखा। आज के समय में मोबाइल फोन का प्रयोग बहुत बढ़ गया है, लेकिन इंटरनेट की सहज उपलब्धता विद्यार्थियों में नकारात्मकता भी ला रही है। कामयाबी में मोबाइल पर वाट्सएप, फेसबुक आदि पर टाइमपास बड़ा रोड़ा बन रहे हैं। इसलिए सफलता हासिल करनी है तो इन कमियों पर भी विद्यार्थियों को ध्यान देना होगा।

मर्चेट नेवी के जीपी रेटिग और ग्रेजुएट मेराइन इंजीनियर के प्रशिक्षु छात्रों से संवाद करते हुए पराशर ने कहा कि मर्चेंट नेवी आज के समय भविष्य बनाने के लिए बेहतर प्लेटफार्म है। कोई भी युवा आत्मविश्वास के साथ किसी भी खतरे का सामना करने को तैयार है तो वह मर्चेंट नेवी में करियर बनाकर पद, प्रतिष्ठा व नाम के साथ धन भी अर्जित कर सकता है। इस अवसर पर संस्थान के छात्रों द्वारा की गई मार्चपास्ट परेड में भी संजय पराशर ने सलामी दी। संजय व उनकी पत्नी सोनिका पराशर संस्थान में अध्ययनरत विद्यार्थियों से भी मिले।


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