खुद खनन की लीज रेवड़ियां की तरह बांटीं, अब सरकार को कोस रहे मुकेश
वित्त आयोग के अध्यक्ष सतपाल सिंह सत्ती ने कहा है कि जिले में खनन सदा ही विवाद का विषय बना रहता है।
जागरण संवाददाता, ऊना : वित्त आयोग के अध्यक्ष सतपाल सिंह सत्ती ने कहा है कि जिले में खनन सदा ही विवाद का विषय बना रहता है। इसे लेकर कांग्रेस नेता बेवजह हो-हल्ला मचा रहे हैं जबकि प्रदेश सरकार अवैध खनन पर पूरी तरह नकेल कस रही है। कितनी हैरत का विषय है कि मुकेश ने मंत्री रहते हुए खुद रेवड़ियों की तरह माइनिग लीज बांटीं और अब बड़े भाषण दे रहे हैं। वह शायद इसलिए बोल रहे हैं कि अब पंजाब के लोगों की सरेआम गुंडागर्दी को समाप्त करने के लिए जयराम सरकार जुटी हुई है।
सत्ती ने शुक्रवार को यहां पत्रकारवार्ता करते हुए कहा कि प्रदेश में पहली बार निर्णय लिया गया कि सीमाओं पर माइनिग चौकियां स्थापित की जाएं। उस दिशा में सरकार ने उचित कदम उठाए हैं। मुकेश अग्निहोत्री को यह बात याद रखनी चाहिए कि साल 2012 से पहले तक जिले में मात्र दो ओपनिग माइनिग लीज थीं। 2012 तक 20 स्टोन क्रशर थे, जबकि मुकेश अग्निहोत्री ने कांग्रेस कार्यकाल में 22 स्टोन क्रेशर और पांच साल में 37 ओपन लीज दीं। इनमें 60 से ज्यादा लीज पंजाब के लोगों की हैं। सरकार ने अब बड़े ट्रकों पर आने पर प्रतिबंध लगाया है। स्वां नदी के अंदर के पोकलेन व जेसीबी को बंद किया है। खनन लीज को चेक किया जाएगा और स्थानीय लोगों को कोई नुकसान पहुंचाए, यह सहन नहीं किया जाएगा।
सत्ती ने कहा कि कांग्रेस नेता न तो अपने संगठन को संभाल पा रहे हैं और न ही इनमें आपस में कोई तालमेल है। युकां का चुनाव जीता हिमाचल में और फैसले के लिए दिल्ली गए। वहां पर हास्यास्पद हालत हुई और दो-दो अध्यक्ष बनाकर कांग्रेस हाईकमान ने अपना पीछा छुड़ाया।
सतपाल सत्ती ने कहा कि कांग्रेस के नेता भाजपा पर दोषारोपण कर रहे हैं। वो खनन के विषय को लेकर खुले मंच पर बहस कर लें।