गांवों में बढ़ानी होंगी बुनियादी सुविधाएं
प्रदेश व देश के समग्र विकास के लिए ग्रामीण क्षेत्रों में आधारभूत ढांचा मजबूत करना होगा।
संवाद सहयोगी, चिंतपूर्णी : प्रदेश व देश के समग्र विकास के लिए ग्रामीण क्षेत्रों में आधारभूत ढांचे को मजबूत करने की आवश्यकता है। गांवों में शिक्षा व स्वास्थ्य जैसी बुनियादी सुविधाओं की उपलब्धता बढ़ाने पर जोर देना होगा। यह बात मंगलवार को जसवां-परागपुर क्षेत्र के घमरूर पंचायत में ग्रामीणों की ओर से आयोजित अभिनंदन समारोह में कैप्टन संजय पराशर ने कही। इस दौरान गांववासियों ने कैप्टन संजय को सम्मानित किया।
संजय ने कहा कि आज भी महात्मा गांधी के उज्ज्वल ग्रामीण भारत का सपना संघर्ष करता हुआ प्रतीत हो रहा है। विडंबना यह भी है कि कोरोनाकाल के बाद परिस्थितियां पहले से कहीं ज्यादा कठिन हो गई हैं। गांवों के सशक्तीकरण की दिशा में वह कई प्रोजेक्ट्स पर काम कर रहे हैं। युवाओं को रोजगार से जोड़ा जा रहा है और कोरोना महामारी आने के बाद वह अब तक 400 से ज्यादा युवाओं को रोजगार प्रदान कर चुके हैं। क्षेत्र में पांच कंप्यूटर व इंग्लिश लर्निंग सेंटर खोले जा चुके हैं और कई अन्य केंद्र खोलने की योजना पर विचार चल रहा है।
घर-द्वार पर मेडिकल कैंप लगाकर शारीरिक दिक्कतों से निजात दिलाने का प्रयास किया गया। जसवां-परागपुर क्षेत्र को मोतियाबिद मुक्त करना उनका संकल्प है। दड़ब, चौली और कूहनाद के महिला मंडलों में बिजली की फिटिग व मीटर लगवाए।
संजय पराशर ने घमरूर पंचायत के वार्ड नंबर चार और पांच के दो महिला मंडल भवनों में भी बिजली की सुविधा उपलब्ध करवाने के लिए 20 हजार रुपये दिए। कार्यक्रम में पूर्व पंचायत उपप्रधान दुनी चंद राणा ने कहा कि संजय पराशर जिस ध्येय व विजन के साथ जसवां-परागपुर के लिए कार्य कर रहे हैं, उसकी सही मायनों में क्षेत्र की जनता को आवश्यकता थी और है।