बीमार बेटे की मदद को आगे आए संजय पराशर
संवाद सहयोगी चितपूर्णी स्वाणा गांव के युवक संजीव कुमार के गुर्दे में पत्थरी थी जिनका आका
संवाद सहयोगी, चितपूर्णी : स्वाणा गांव के युवक संजीव कुमार के गुर्दे में पत्थरी थी, जिनका आकार काफी बड़ा था। टांडा मेडिकल कालेज में उपचार भी करवाया गया, लेकिन आर्थिक कारणों से युवक समय पर चिकित्सा सहायता नहीं ले पाया। बीते शुक्रवार की रात को संजीव की हालत अचानक बिगड़ गई और उसके शरीर में सूजन आ गई। दर्द सहने की शक्ति उसमें न के बराबर थी और सांस लेने में भी कठिनाई हो रही थी।
मां उत्तमी देवी से यह हालत देखी न गई और वह रोते हुए सड़क तक पहुंच गई। ठीक उसी वक्त वहां से गुजर रहे कैप्टन संजय ने न सिर्फ परिवार को ढांढस बंधाया, बल्कि युवक को आइजीएमसी शिमला भेजने से पहले सारी व्यवस्था भी कर दी।
पराशर ने अपने खर्च पर गाड़ी भेजी तो उसके बाद उन्होंने परिवार के ठहरने के लिए शिमला में प्रबंध भी किया। स्वजन के लिए खाने-पीने की व्यवस्था भी संजय पराशर की ओर से ही की गई थी। इतना ही नहीं संजय ने भरोसा दिया है कि अगर दवा का खर्च परिवार से वहन नहीं होता है तो वह उसके लिए भी सहायता करेंगे। वहीं, वीरवार सुबह संजय के निवास स्थान पर पहुंची उत्तमी देवी ने बताया कि पराशर के प्रति धन्यवाद व्यक्त करने के लिए उनके पास शब्द नहीं है। वह अपनी प्रार्थना में भगवान से यही दुआ करेंगी कि संजय जैसे बेटे लाखों घरों में पैदा हों। शिमला में भाई का उपचार करवा रहे भूषण ने बताया कि संजीव की हालत में दिन-प्रतिदिन सुधार हो रहा है। कैप्टन संजय की ओर से उनके लिए बेहतर व्यवस्था की गई है और इसके लिए उनका परिवार पराशर का ताउम्र आभारी रहेगा।