कथा में गाय का संरक्षण करने का दिया संदेश
श्री बाल गोपाल गो लोकधाम रक्कड़ कॉलोनी में चल रही चार दिवसीय गो कथा का वीरवार को समापन हो गया।
जागरण संवाददाता, ऊना : श्री बाल गोपाल गो लोकधाम रक्कड़ कॉलोनी में चल रही चार दिवसीय गो कथा का वीरवार को समापन हो गया। कार्यक्रम के समापन मौके पर बाबा बालजी महाराज व सदर विधायक सतपाल रायजादा विशेष रूप से मौजूद रहे। इस दौरान कथा वाचक राजेंद्र दास ने कहा ¨हदू धर्म में गाय को मां का दर्जा दिया जाता है। कुछ लोग गाय को मां तो कुछ माता कहते हैं। अगर हम शास्त्रों का इतिहास देखें तो गाय भगवान श्रीकृष्ण को बहुत प्रिय थी, इसलिए तो वह ज्यादातर समय अपनी गायों के साथ व्यतीत करते थे। बड़ी खेद की बात है मां माने जाने वाली गाय को आजकल खाने की वस्तु के रूप में भी प्रयोग किया जाने लगा है। हम जानते हैं केवल हमारे खेद करने से यह पाप रुकने वाला नहीं है। गो माता की हत्या सबसे बड़ा पाप है। दिव्य शक्ति के बारे में बताते हुए कहा जन्म देने वाली मां अगर कोई विषैले पदार्थ का सेवन कर ले तो विषैले अंश दूध के माध्यम से शिशु में प्रवेश कर जाते हैं लेकिन गोमाता विषैले पदार्थ का सेवन करने के बाद भी उसे दूध, गोबर या मूत्र में बाहर नहीं निकालती, बल्कि उसे कंठ में समां कर रखती है। भारत को सोने की चिड़िया बनाने का स्वप्न देखा जाता है लेकिन जब गोमाता को ही सम्मान नहीं मिलेगा तो आर्थिक संपन्नता कैसे आएगी। बाबा बालजी महाराज ने श्री बाल गोपाल गो लोकधाम रक्कड़ को 51 हजार व विधायक सतपाल रायजादा ने 21 हजार रुपये दान किए। गो कथा के समापन मौके पर भंडारे का आयोजन किया गया। इस अवसर पर रैंसरी से स्वामी हरिहर, कोटलां से पूर्णनंद, रक्कड़ से मुनीषा भारती, रेंसरी से अल्का हरिहर, रक्कड़ से नरजंन दास, रतनपुर से प्रकाश नंद गिरि, नोरन भारती, मंगला भारती, सरदार भडभागी रैंसरी से, हरिद्वार से देवी शवरा नंद सरस्वती, कोटलां मंदिर से स्वामी रामशरण दास व डीएसपी हरोली कुल¨वद्र ¨सह सहित अन्य मौजूद रहे।