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सीमावर्ती उद्योग के गेट पर ग्रामीणों ने दिया धरना

जिले की पंजाब के साथ लगती सीमा पर नया नंगल में एक केमिकल उद्योग पीएसीएल में गैस रिसाव की घटना के बाद शनिवार को हिमाचल के इस प्लांट के समीपवर्ती गांवों के ग्रामीणों ने धरना देकर रोष जताया।

By JagranEdited By: Published: Sat, 24 Oct 2020 08:56 PM (IST)Updated: Sat, 24 Oct 2020 08:56 PM (IST)
सीमावर्ती उद्योग के गेट पर ग्रामीणों ने दिया धरना
सीमावर्ती उद्योग के गेट पर ग्रामीणों ने दिया धरना

जागरण टीम, ऊना : जिले की पंजाब के साथ लगती सीमा पर नया नंगल में एक केमिकल उद्योग पीएसीएल में गैस रिसाव की घटना के बाद शनिवार को हिमाचल के इस प्लांट के समीपवर्ती गांवों के ग्रामीणों ने धरना देकर रोष जताया। उनका कहना था कि इस उद्योग की वजह से उन्हें कई तरह की परेशानियां झेलनी पड़ती हैं, लेकिन इसकी एवज में हिमाचल में पड़ते गांवों के लोगों को कोई सुविधा नहीं दी जाती है। यह उद्योग जो कई लोगों को रोजगार दे सकता है और ट्रक यूनियन के लिए भी काम दिया जा सकता है। अजोली गांव के समीप नया नंगल में इस उद्योग में शुक्रवार देरशाम प्लांट से गैस रिसाव होने के कारण आसपास के कई गांवों में लोगों को सांस लेने में भी समस्या हो रही थी। इस बीच कई बच्चों को भी सांस में दिक्कत होने के कारण अस्पताल में पहुंचकर प्राथमिक उपचार लेना पड़ा है।

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धरने पर बैठे ग्रामीणों में पंचायती राज संस्थाओं से जुड़े हुए प्रतिनिधि रामपाल, राम कुमार, शीतल सिंह, चेतराम, तरसेम सिंह, निर्मल सिंह संजू, कुलदीप सिंह, विदर कुमार व सुरजीत सिंह ढेर समेत कई लोगों का कहना था कि इस उद्योग के कारण कई लोग अपने खेतों में कृषि भी नहीं कर पा रहे हैं। उद्योग के आसपास की भूमि पर कृषि करना आसान नहीं है। ऐसे में लोगों को इस क्षेत्र में रिहायशी मकान भी बनाने में समस्या है। अक्सर उद्योगों से उठने वाले धुएं व केमिकल की बदबू के चलते लोगों का दैनिक जीवन भी मुश्किल से भरा हुआ है। कई दफा इन उद्योगों से उठने वाले धुएं व गैस के कारण लोगों को परेशानी होती रही है। ऐसे में इन समस्याओं से प्रभावित लोगों को इन उद्योगों का मुआवजे के तौर पर कोई लाभ भी नहीं मिल पाया है। उनका कहना था कि इन उद्योगों में क्षेत्र के प्रभावित गांवों के लोगों को प्राथमिकता के आधार पर रोजगार मिलना चाहिए। इतना ही नहीं, इस क्षेत्र के लोग ट्रक यूनियन से जुड़े हैं जिन्हें इस उद्योग में भी काम मिलना चाहिए।

उधर, राज्य वित्त आयोग के अध्यक्ष सतपाल सत्ती ने भी लोगों की मांग का समर्थन किया है। ग्रामीणों के साथ सत्ती भी मौके पर पहुंचे थे और उनके हक के लिए उनका समर्थन कर रहे थे। उन्होंने कहा कि इस क्षेत्र के लोग इन उद्योगों जो पंजाब क्षेत्र में हैं, उससे प्रभावित हैं और इससे मुआवजे के तौर पर उन्हें उद्योगों में रोजगार प्राथमिकता के आधार पर मिलना चाहिए। ग्रामीणों ने पीएसीएल समेत नया नंगल में उद्योगों के खिलाफ प्रदर्शन भविष्य में भी जारी रखने का फैसला लिया है।

क्या था मामला

नया नंगल की केमिकल उद्योग में शुक्रवार देरशाम किसी गैस का रिसाव होने से सीमावर्ती हिमाचल के पूना, अजोली, बीनेवाल, मलूकपुर, मजारा गांवों के लोगों को सांस में दिक्कत होने लगी। इन गांवों में हड़कंप मच गया। यह गैस रिसाव देरशाम को उस समय हुआ जब प्लांट में शिफ्ट बदलने का समय था। उद्योग के चार लोग इसमें बेहोश भी हो गए थे। सत्ती ने दिया समस्या के समाधान का भरोसा

जागरण संवाददाता, ऊना : वित्त आयोग के अध्यक्ष सतपाल सिंह सत्ती ने शनिवार को गांव बीनेवाल पहुंचकर प्रदर्शन कर रहे लोगों से गैस लीक मामले पर विस्तार से चर्चा की।

इस मौके पर स्थानीय निवासियों ने बताया कि इस फैक्ट्री से निकलने वाले गंदे पानी से यहां की भूमि सहित भू-जल प्रभावित हो रहा है। न तो यहां फसल की पैदावार हो रही है और न ही पानी पीने योग्य है। ग्रामीणों की बात को सुनने के बाद सत्ती ने ग्रामीणों को आश्वासन दिलाया कि प्रदेश तथा पंजाब सरकार के साथ समन्वय स्थापित करके इस समस्या का शीघ्र समाधान किया जाएगा। कंपनी प्रबंधन को भी व्यवस्थाओं को सुचारू करने के निर्देश दिए जाएंगे ताकि भविष्य में गैस लीक जैसे मामलों की पुनरावृति न हो जिससे स्थानीय लोग महफूज रह सकें।


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