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मतदान केंद्रों पर सुरक्षा व्यवस्था कड़ी, चार लाख से अधिक मतदाता डालेंगे वोट

जिले में मतदान के लिए सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं।

By JagranEdited By: Published: Sat, 18 May 2019 08:12 PM (IST)Updated: Sun, 19 May 2019 06:39 AM (IST)
मतदान केंद्रों पर सुरक्षा व्यवस्था कड़ी, चार लाख से अधिक मतदाता डालेंगे वोट
मतदान केंद्रों पर सुरक्षा व्यवस्था कड़ी, चार लाख से अधिक मतदाता डालेंगे वोट

जागरण संवाददाता, ऊना : जिले में मतदान के लिए सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। जिले में कुल 512 पोलिग स्टेशनों पर पोलिग पार्टियां पहुंच चुकी हैं। सभी जगह इन पार्टियों के लिए जरूरी इंतजाम किए गए हैं। संवेदनशील बूथों पर सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं। यहां तक कि जिन पोलिग स्टेशनों पर शौचालय की व्यवस्था नहीं है, वहां मोबाइल शौचालयों का प्रबंध किया गया है। पोलिग पार्टियों में शामिल महिला कर्मचारियों के लिए अलग से ठहरने और अन्य व्यवस्थाएं दी गई हैं। आज जिले के चार लाख से अधिक मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे।

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जिले में सभी पोलिग स्टेशनों पर पोलिग पार्टियों ने शुक्रवार देर शाम को ही मोर्चा संभाल लिया था। इन पार्टियों के लिए बिस्तरों से लेकर वे सभी जरूरी इंतजाम मौजूद थे जिससे उन्हें किसी तरह से समस्या का सामना न करना पड़े। कुछ पोलिग स्टेशनों में दिव्यांग लोगों के लिए भी व्हीलचेयर का इंतजाम किया गया है और मतदाताओं की सुविधा के लिए सभी मतदान केंद्र धरातल मंजिल पर बनाए गए हैं। बुजुर्ग मतदाता भी पोलिग स्टेशनों पर आसानी तक पहुंच सकें, इसके लिए रैंप के माध्यम से भी रास्ता बनाया गया है।

जिले में निर्वाचन विभाग की ओर से पोलिग पार्टियों के अलावा आम मतदाताओं की सुविधाओं के लिए इस बार नए अंदाज में पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। पोलिग पार्टियों के लिए रात के समय विश्राम करने में किसी तरह की समस्या का सामना न करना पड़े, इसके लिए इन इंतजामों में करीब तीन हजार पांच सौ बिस्तरों का प्रबंध किया गया है। महिला कर्मचारियों के लिए मतदान केंद्रों के समीप ही अलग से व्यवस्था की गई है। स्थानीय सेक्टर अधिकारियों को भी इस व्यवस्था पर पूरी नजर रखने के लिए निर्देश दिए गए हैं। मतदान केंद्रों के बाहर दिशा-निर्देश भी लगाए गए हैं। मतदाताओं को मतदान करने के लिए क्या जरूरी दस्तावेज साथ लाने होंगे, इसके बारे में भी जानकारी दी गई है।

जिले में जिन पोलिग बूथों के आसपास शौचालयों की व्यवस्था नहीं हैं वहां मोबाइल शौचालय अथवा वैकल्पिक व्यवस्थाएं की गई हैं। इनमें बाकायदा स्थानीय पंचायत अथवा नगर पंचायतों के सफाई कर्मचारियों की भी तैनाती की गई है। अधिकांश मतदान केंद्रों में एक महिला और एक पुरुष सुरक्षा कर्मी की तैनाती की गई है। इसमें हिमाचल प्रदेश पुलिस और होमगार्ड के जवानों का सहयोग लिया जा रहा है। सेक्टर अधिकारियों को भी पूरी मतदान प्रक्रिया पर नजर रखने और उसकी ताजा रिपोर्ट देने के लिए निर्देश निर्वाचन आयोग की ओर से किए गए हैं। बाकायदा उन्हें अत्याधुनिक तकनीक वाले जीपीएस लगे वाहन उपलब्ध कराए गए हैं, जिससे उन्हें किसी तरह की जानकारी कंट्रोल रूम तक पहुंचाने के लिए समस्या का सामना न करना पड़े।

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तीसरी आंख की भी रहेगी नजर

जिले में करीब डेढ़ सौ से अधिक संवेदनशील और अति संवेदनशील मतदान केंद्रों पर सीसीटीवी कैमरे भी लगाए गए हैं। इन कैमरों के माध्यम से ऐसे पोलिग स्टेशनों के बाहर माहौल पर आयोग की भी नजर रहेगी। जानकारी के मुताबिक इन केंद्रों से लाइव रिकॉर्डिग भी किए जाने की व्यवस्था की गई है। इनका जिम्मा कुछ स्थानों पर लोक मित्र केंद्रों के संचालकों जबकि कुछ केंद्रों से स्कूलों के आइटी शिक्षक संभाल रहे हैं। जिले के चारों उपमंडलों पर कंट्रोल रूम भी तैयार किए गए हैं जहां से हर घंटे में होने वाले मतदान के आंकड़े अपलोड किए जाएंगे। इसके बाद जिला मुख्यालय के सेंट्रल कंट्रोल रूम पर ये डाटा कम्पाइल होगा। इसपर भी चुनाव आयोग की सीधी नजर होगी। इस व्यवस्था में भी शिक्षा विभाग और जिला प्रशासन की आइटी एक्सपर्ट टीम नजर रख रही है।


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