सुक्खू के समर्थन जिला कांग्रेस के कई पदाधिकारियों के इस्तीफे
पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह व पूर्व कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष सुखविंदर सुक्खू में चल रही जुबानी जंग के बीच जिला कांग्रेस के कई पदाधिकारी सुक्खू के समर्थन में उतर आए हैं।
जागरण संवाददाता, ऊना : पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह व पूर्व कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष सुखविंदर सुक्खू में चल रही जुबानी जंग के बीच जिला कांग्रेस के कई पदाधिकारी सुक्खू के समर्थन में उतर आए हैं। जिला कांग्रेस कमेटी के वरिष्ठ उपाध्यक्ष, महासचिव व प्रवक्ता सहित कई पदाधिकारियों ने सामूहिक त्यागपत्र दे दिया है। पदाधिकारियों ने पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र ¨सह द्वारा कार्यकर्ताओं को कबाड़ बोलने व पूर्व प्रदेशाध्यक्ष सुख¨वद्र सुक्खू पर टिप्पणियों को लेकर यह कदम उठाया है। पदाधिकारियों व युवा कार्यकर्ताओं ने जिला कार्यकारी अध्यक्ष विवेक शर्मा के माध्यम से प्रदेश कांग्रेस को अपने त्यागपत्र भेज दिए हैं। त्यागपत्र देने वालों में जिला कांग्रेस कमेटी के वरिष्ठ उपाध्यक्ष मदन मोहन सैणी, उपाध्यक्ष महेंद्र ¨सह, जिला कांग्रेस प्रवक्ता वरुण पुरी, जिला महासचिव गोल्डी कपिला, युवा कांग्रेस के प्रदेश सचिव अंकुश शर्मा, जिला सचिव सुदेश शर्मा, बलजीत ¨सह, ओबीसी सेल के जिलाध्यक्ष राकेश सैणी, पंचायतीराज संगठन के जिलाध्यक्ष मुकेश जसवाल, ब्लॉक युवा कांग्रेस ऊना के उपाध्यक्ष विवेक ठाकुर, मैहतपुर कांग्रेस के युवा नेता सौरव रतन भारद्वाज व रा¨जद्र ¨प्रस शामिल हैं। इन पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं ने कहा वीरभद्र द्वारा कांग्रेस कार्यकर्ताओं व सुक्खू के खिलाफ टिप्पणी करना ¨नदनीय है। सुक्खू का कार्यकाल शानदार रहा है। उनके कार्यकाल में पार्टी बूथ लेवल तक मजबूत हुई है। विवेक शर्मा ने कहा उनके पास इस्तीफे आए हैं, इसकी सूचना संगठन को भेज दी है।
वीरभद्र की बयानबाजी से कांग्रेस को नुकसान : रायजादा
ऊना के विधायक सतपाल रायजादा ने कहा पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र ¨सह संगठन को लेकर बयानबाजी से परहेज करें। वरिष्ठतम नेता होने के नाते पार्टी के हर कार्यकर्ता व नेता के सम्मान को दरकिनार न करें। ऐसा होने से कांग्रेस ने पहले भी नुकसान उठाया है और आगे भी झेलना पड़ेगा। जारी बयान में रायजादा ने पूर्व मुख्यमंत्री की ओर से पूर्व प्रदेशाध्यक्ष सुख¨वद्र सुक्खू को लेकर की जा रही टिप्पणियों पर नाराजगी जताई। कहा अकसर पूर्व मुख्यमंत्री विधानसभा और लोकसभा चुनाव से पहले बयानबाजी का दौर शुरू कर देते हैं जिसका पार्टी कई बार खामियाजा भुगत चुकी है।