नियमों का नहीं ध्यान, खतरे में जान
कोरोना वायरस के बढ़ते खतरे के बावजूद महामारी से बचाव के लिए कई लोग जागरूक नहीं हैं।
संवाद सहयोगी, ऊना : कोरोना वायरस के बढ़ते खतरे के बावजूद महामारी से बचाव के लिए कई लोग चितित नहीं हैं। ऊना शहर में कई दुकानदार और रेहड़ी फड़ी संचालक भी मास्क नहीं पहन रहे हैं। प्रशासन ने कड़े नियमों का हवाला देकर लोगों को आगाह किया है लेकिन बाजार से लेकर सार्वजनिक स्थानों तक कई लोग मास्क सहित कोरोना नियमों को लेकर जागरूक नहीं है। नियमों का उल्लंघन कर ऐसे लोग दूसरों की जान को भी खतरे में डाल रहे हैं।
किसी दुकानदार या रेहड़ी फड़ी संचालक ने मास्क पहना हो तो वह मात्र दिखावे के लिए होता है। मास्क या तो गले में या कान पर एक तरफ लटकाया होता है। कहीं न कहीं कोरोना मामलों को लेकर लोगों की लापरवाही से दिक्कत बढ़ सकती है। ऊना शहर में अकसर कार्यदिवसों में कई लोग यहां बिना मास्क घूम रहे होते हैं। लोग शारीरिक दूरी के नियम को लेकर भी सचेत नहीं हैं। शहर में शारीरिक दूरी के नियम का भी उल्लंघन हो रहा है। कई दुकानों के आगे ग्राहक शारीरिक दूरी के नियमों को धत्ता बताते हैं। लोग सार्वजनिक स्थानों पर भी एक दूसरे से सटकर खड़े होते हैं।
---------- ऊना शहर में कोरोना नियमों के संबंध में लापरवाही करने वालों के चालान किए जा रहे हैं। लोग अपने साथ दूसरों की जान की भी कीमत समझें ओर नियमों को लेकर सतर्क हों। लोग मास्क पहनें और शारीरिक दूरी के नियम का पालन करें।
-रमाकांत ठाकुर, डीएसपी ऊना।
---------- कोरोना महामारी से बचाव के लिए मास्क पहनना जरूरी है। मास्क पहनना दूसरों को भी सुरक्षित करता है। शारीरिक दूरी के नियम का भी लोग पालन करें और भीड़ में न जाएं। ऐसी सावधानियां कोरोना संक्रमण को फैलने से रोकने में कारगर सिद्ध होंगी।
-डॉ रमन कुमार शर्मा, सीएमओ ।