मार्च के बाद सड़कों पर नजर नहीं आएंगे बेसहारा पशु
जिला की सड़कों गली-मोहल्लों में घूम रहे बेसहारा पशुओं की समस्या से लोगों को जल्द राहत मिलेगी।
संवाद सहयोगी, ऊना : जिला की सड़कों, गली-मोहल्लों में घूम रहे बेसहारा पशुओं की समस्या से लोगों को जल्द राहत मिलेगी। ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज मंत्री वीरेंद्र कंवर ने इस बारे में संकेत दिए हैं। मार्च तक जिला की सड़कें बेसहारा पशुओं से मुक्त हो जाएंगी। इससे न केवल सड़क हादसों में कमी आएगी बल्कि किसानों को भी बड़ी राहत मिलेगी। गोशालाओं में रखे पशुओं की टैगिग का कार्य भी शुरू किया जाएगा।
रविवार को मंत्री वीरेंद्र कंवर ने विभिन्न विकासात्मक योजनाओं की समीक्षा के लिए अधिकारियों के साथ बैठक की। उन्होंने अधिकारियों को सभी निर्माणाधीन योजनाओं के कार्य में तेजी लाने के निर्देश दिए। कहा मार्च के अंत तक जिला ऊना की सड़कें बेसहारा पशुओं से मुक्त हो जाएंगी। थानाकलां में गो अभयारण्य का काम तेजी से हो रहा है। जिला में लगभग 2000 बेसहारा पशु हैं, जिनमें से कुछ को थानाकलां गो अभयारण्य में रखा जाएगा। इसके अलावा हरोली विधानसभा क्षे के पोलियां बीत में भी गो अभयारण्य बनने जा रहा है। इसकी जमीन पशुपालन विभाग के नाम ट्रांसफर हो चुकी है।
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काम नहीं कर रही गोशालाओं पर बनेगी समिति
कंवर ने कहा कि जिला में कई गोशालाएं अभी तक कार्य नहीं कर रही हैं। उनको शुरू करने के लिए प्रयास किए जाएंगे। इस मामले पर उन्होंने डीसी ऊना को निर्देश दिए हैं। जो गोशालाएं काम नहीं कर रही हैं, उनके संचालन के लिए समिति बनाई जाए। उसमें दो सरकारी अधिकारियों को सदस्य बनाया जाएगा।
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गोशाला में रखे पशुओं की होगी टैगिग
वीरेंद्र कंवर ने कहा गोशाला में रखे जाने वाले सभी पशुओं की टैगिग की जाएगी। एक रजिस्टर में भी एंट्री की जाएगी। प्रदेश सरकार सिर्फ उन्हीं गोशालाओं की मदद करेगी जो बेसहारा गोवंश को अपनी गोशाला में जगह प्रदान करेंगे। इसके अलावा ग्रामीण विकास मंत्री ने सड़कों व पानी की विभिन्न स्कीमों के निर्माण कार्य के बारे में भी विस्तार से जानकारी हासिल की।
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ये रहे मौजूद
इस अवसर पर अधिशासी अभियंता पीडब्ल्यूडी संजीव अग्निहोत्री, अधिशासी अभियंता आइपीएच अरविद सूद, पशुपालन विभाग के सहायक निदेशक डॉ. सुरेश धीमान सहित अन्य अधिकारी मौजूद रहे।