पर्यटकों को आकर्षित करेंगे आधुनिक रेन शेल्टर
जिले के कुटलैहड़ विधानसभा क्षेत्र में भी हरोली में बने रेन शेल्टर की तर्ज पर आधुनिक तकनीक के रेन शेल्टर स्थापित किए जा रहे हैं।
जागरण संवाददाता, ऊना : जिले के कुटलैहड़ विधानसभा क्षेत्र में भी हरोली में बने रेन शेल्टर की तर्ज पर आधुनिक तकनीक के रेन शेल्टर स्थापित किए जा रहे हैं। ये विशेष तौर पर क्षेत्र में पर्यटन को बढ़ावा देने के साथ-साथ स्थानीय लोगों की आजीविका का भी साधन बनेंगे। पहले चरण में बौल गांव से लठियाणी गांव तक हाईवे के किनारे दस रेन शेल्टरबनाए जा रहे हैं।
कुटलैहड़ क्षेत्र में शुद्ध रूप में स्टील से निर्मित किए जा रहे रेन शेल्टर में बस की प्रतीक्षा करने वाले यात्रियों के बैठने की उचित व्यवस्था की गई है। इनको ऐसे स्थानों पर बनाया जा रहा है जहां कुटलैहड़ के तहत रमणीक स्थलों को लोग कुछ पल ठहरकर अच्छी तरह निहार सकेंगे। इस रेन शेल्टर के पास एक आउटलेट भी खोला जाएगा, जहां पर स्थानीय स्वयं सहायता समूह अपने उत्पादों को बिक्री के लिए रख सकेंगे। इससे उनकी आर्थिकी मजबूत होगी तथा अपने उत्पाद बेचने के लिए उचित स्थान प्राप्त होगा। इस आउटलेट पर किसी भी एक स्वयं सहायता समूह का एकाधिकार नहीं होगा तथा पहले आओ-पहले पाओ के आधार पर आउटलेट उपलब्ध होंगे।
इसके अलावा रेन शेल्टर के साथ ही बायो टॉयलेट्स भी निर्मित किए जा रहे हैं ताकि जगह-जगह गंदगी न फैले व हाईवे के किनारे यात्रियों के लिए शौचालय की व्यवस्था हो सके। इससे स्वच्छता का संदेश भी जन-जन तक पहुंचेगा।
2.70 लाख रुपये से बन रहा एक रेन शेल्टर
बीडीओ बंगाणा यशपाल सिंह परमार ने बताया कि रेन शेल्टर का निर्माण ग्रामीण विकास विभाग कर रहा है तथा प्रत्येक रेन शेल्टर के निर्माण पर लगभग 2.70 लाख रुपये राशि व्यय की जा रही है। बौल से लठियाणी तक 10 रेन शेल्टर्स तैयार किए जा रहे हैं। चार का निर्माण कार्य पूरा कर लिया गया है।
कुटलैहड़ में निर्मित हो रहा आधुनिक बुनियादी ढांचा
ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज मंत्री वीरेंद्र कंवर ने कहा कि कुटलैहड़ क्षेत्र में अनेक रमणीक स्थल हैं जहां पर वीकेंड टूरिज्म को प्रोत्साहित किया जा रहा है। चंडीगढ़ व पंजाब के नजदीक होने की वजह से काफी संख्या में पर्यटक यहां घूमने के लिए आते हैं। रेन शेल्टस के माध्मय से इन पर्यटक स्थलों को प्रचारित किया जाएगा। उन्होंने कहा कि पर्यटन के लिए कुटलैहड़ में मजबूत बुनियादा ढांचा तैयार हो रहा है तथा निश्चित रूप से आने वाले समय में इससे ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूती मिलेगी।