पंजोआ की भवरन खड्ड में खनन माफिया हुआ बेलगाम
खनन पर लगे प्रतिबंध के बावजूद माफिया पूरी तरह से बेलगाम हो चुका है। ज्यादा मुनाफे के चक्कर में माफिया स्वां नदी की सहायक खड्डों का सीना छलनी कर रहा है। इस कारण बाढ़ संरक्षण के लिए लगाए गए तटबंधों को भी खतरा उत्पन्न हो गया है। प्रशासन की नाक तले इन दिनों खड्डों में माफिया खूब कहर बरपा रहा है।
अजय टबयाल, अम्ब
खनन पर लगे प्रतिबंध के बावजूद माफिया पूरी तरह से बेलगाम हो चुका है। ज्यादा मुनाफे के चक्कर में माफिया स्वां नदी की सहायक खड्डों का सीना छलनी कर रहा है। इस कारण बाढ़ संरक्षण के लिए लगाए गए तटबंधों को भी खतरा उत्पन्न हो गया है। प्रशासन की नाक तले इन दिनों खड्डों में माफिया खूब कहर बरपा रहा है।
ताजा मामला उपमंडल अम्ब के तहत पंजोआ के भवरन से गुजरने वाली खड्ड में देखने को मिल रहा है जहां खनन करने वाले रात तो दूर, दिन के उजाले में भी सरेआम खनन को अंजाम दे रहे हैं। नाम न छापने की शर्त पर कुछ स्थानीय लोगों ने कहा कि इस खड्ड से प्रतिदिन सैकड़ों के हिसाब से बजरी व रेत से भरी ट्रैक्टर-ट्रालियां बेरोकटोक दनदनाते हुए निकलती हैं। खड्ड में अवैज्ञानिक तरीके से किए जा रहे खनन से कई-कई फीट गहरे गड्ढे डाल दिए गए हैं और नौबत यहां तक पहुंच गई है कि बारिश के मौसम में खड्ड अपनी राह बदलकर उपजाऊ भूमि पर कहर बरपा सकती है। अगर समय रहते इस पर संज्ञान न लिया गया तो अवैध खनन मुसीबत का सबब बनकर खड्ड लाखों करोड़ों रुपये खर्च करके लगाए गए तटबंधों को भी नुकसान पहुंचा सकता है।
अधिकतर रात या अलसुबह होता है खड्ड में खनन
लोगों का कहना है कि भवरन से लेकर पंजोआ पुल तक खड्ड में खनन करने वाले इतने सक्रिय हैं कि रात के समय और अलसुबह अवैध खनन करते हैं। रातभर ट्रैक्टर-ट्राली व विभिन्न माध्यमों से रेत-बजरी को निकाला जाता है। कई बार अंधेरे में जेसीबी लगाकर भी खनन किया जाता है। माफिया खनन करने के लिए रात और अलसुबह का समय इसलिए भी चुनते हैं कि उस समय खड्ड में न तो खनन विभाग की गश्त रहती और न रात के समय पुलिस विभाग की नजर इन पर रहती है। पुलिस विभाग ने अवैध खनन के खिलाफ अभियान छेड़ रखा है। किसी भी सूरत पर खनन सहन नहीं किया जाएगा। अगर कोई नियमों की अनदेखी करता हुआ पाया जाता है तो पुलिस उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।
-इल्मा अफरोज, एसडीपीओ अम्ब।