ईरान की तर्ज पर हिमाचल में भी मानवता की दीवार, जरूरतमंदों को फ्री मिलेगी ये चीजें
ऊना में दो सप्ताह में काम करना शुरू करेगी दीवार, ईरान में हो चुका है इस तरह का प्रयोग, इस दीवार पर कपड़े व अन्य चीजें दान दे सकेंगे लोग।
ऊना, जेएनएन। ऊना जिला प्रशासन ने नई पहल की है। यहां ‘मानवता की दीवार’ बनाई जा रही है। यह दीवार मानवीय मूल्यों की रक्षा करेगी। यहां जरूरतमंद लोगों के लिए कपड़े व दूसरी चीजें मुफ्त मिलेंगी। यह दीवार दो सप्ताह में काम शुरू कर देगी। असल में इस तरह का प्रयोग ईरान में किया गया था। वहीं से यह आइडिया लिया गया है।
इसके लिए रामपुर रोड पर मिनी सचिवालय से सटे कृषि विभाग के उपनिदेशक आवास की दीवार को चुना गया है। इसे मानवता की दीवार के रूप में तैयार किया जा रहा है। अधिकारी हों या आम आदमी, इस दीवार के माध्यम से कपड़े, मफलर, जुराबें सहित अन्य सामान दे सकते हैं। वहीं नेताओं व अधिकारियों को कार्यक्रमों में सम्मानित करने के दौरान दी जाने वाले शॉल, टोपी व अन्य चीजें यहां रखी जाएगी। यही सामान जरूरतमंद लोगों के काम आएगा।
दान देने का होगा आग्रह
नेताओं, संगठनों के प्रतिनिधियों सहित अन्य दानियों से मानवता की दीवार के पास जरूरत का सामान छोड़ने के लिए आग्रह किया जाएगा। विशेषकर नेताओं व अधिकारियों से कहा जाएगा कि समारोहों में मिलने वाली शॉल, टोपियों, जूते आदि सामान को जहां जरूर छोड़ें।
दीवार पर सवा लाख खर्च
दीवार को बनाने के लिए लगभग सवा लाख रुपये खर्च आएगा। कृषि विभाग के उप निदेशक आवास की दीवार को टाइल्स लगा मानवता की दीवार का रूप दिया जा रहा है। इस दीवार के पास रेलिंग, शेड, अलमारियां बनाई जाएंगी। दीवार पर मानवता को प्रेरित करते स्लोगन लिखे जाएंगे।
यूं आया दीवार बनाने का विचार
कुछ दिन पहले कृषि उपनिदेशक एवं उपायुक्त आवास के पास नाले को ढककर पार्किंग का कार्य शुरू किया था। उक्त कार्य को तय राशि से कम खर्च कर नगर परिषद ने कुछ पैसा बचा लिया। उपायुक्त राकेश प्रजापति व नगर परिषद अध्यक्ष अमरजोत सिंह बेदी ने बचे पैसे से मानवता दीवार बनाने का फैसला लिया।फिलहाल इस विचार को ऊना मुख्यालय पर लागू कर रहे हैं। आगामी 15 दिन में इसे शुरू किया जाएगा।
सामाजिक उत्थान एवं जरूरतमंद लोगों के लिए मानवता की दीवार बनाई जा रही है। जिला स्तर पर कामयाब होने के बाद इसे ब्लॉक स्तर पर शुरू करने पर विचार करेंगे।
-राकेश प्रजापति, उपायुक्त ऊना