आधा महीना बीता होमगार्ड जवानों को नहीं मिला वेतन
संवाद सहयोगी ऊना कोरोना काल में ड्यूटी दे रहे होमगार्ड जवानों पर आर्थिक संकट मंडराने
संवाद सहयोगी, ऊना : कोरोना काल में ड्यूटी दे रहे होमगार्ड जवानों पर आर्थिक संकट मंडराने लगा है। कोरोना महामारी से लोगों को सुरक्षित रखने के लिए पुलिस कर्मचारियों के साथ विभिन्न स्थानों पर कंधे से कंधा मिलाकर खड़े होमगार्ड जवानों को इस माह का वेतन अभी तक नही मिला है। ऐसे में परिवार सहित घर के खर्च के लिए जवानों को परेशानी उठानी पड़ रही है। आमजन में कोरोना योद्धाओं का दर्जा प्राप्त कर चुके होमगार्ड जवानों को लाचार व्यवस्था पीड़ित बना रही है तथा एक जैसी ड्यूटी में पुलिसकर्मियों के मुकाबले सौतेला व्यवहार किया जा रहा है। इससे पहले कोरोना ड्यूटी में डटे होमगार्ड जवानों का वेतन प्रति माह पहली तारीख को बैंक खाते में आ जाता था। इस बार लगभग आधा महीना बीत चुका है, लेकिन सरकार और प्रशासन की ओर से जवानों की अनदेखी की जा रही है। हालात यह है कि होमगार्ड जवानों को इस माह घर के खर्च के लिए इधर उधर दूसरों के आगे हाथ फैलाने पड़ रहे हैं।
250 जवान दे रहे ड्यूटी
ऊना में वैसे तो कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए होमगार्ड जवानों का जिम्मा पुलिस कर्मियों जैसा ही है। यही वजह है कि होमगार्ड जवान जिले के पुलिस चौकी, थाने, नाकों व हर उस स्थान पर तैनात हैं, जहां पुलिस जवान भी ड्यूटी कर रहे हैं, लेकिन कोरोना संकट काल में सरकार एवं प्रशासन ने 250 होमगार्ड जवानों को वेतन न देकर उन्हें मायूस किया है। बजट की कमी से आ रही दिक्कत
कोरोना काल में तैनात होमगार्ड जवानों को वेतन न मिलने के पीछे बजट की कमी सामने आ रही है। अन्यथा पहली तारीख को मिलने वाला वेतन होमगार्ड जवानों के लिए आधा माह हो जाने पर भी जारी नही हुई है। 250 के करीब होमगार्ड जवान कोरोना काल में ड्यूटी दे रहे हैं। वेतन न मिलने के पीछे बजट कारण है। अभी तक होमगार्ड जवानों ने अपनी बात नहीं रखी है। सरकार और उच्चाधिकारियों के समक्ष यह मुद्दा है दो-तीन दिन में इसका समाधान हो जाएगा।
-कार्तिकेयन गोकुलचंद्रन, एसपी, ऊना।