कोरोना काल में डीएवी ऊना दे रहा गुणवत्तापूर्ण ऑनलाइन शिक्षा
डीएवी सेंटेनरी पब्लिक स्कूल ऊना में बुधवार को स्थापना दिवस मनाया गया।
जागरण संवाददाता, ऊना : डीएवी सेंटेनरी पब्लिक स्कूल ऊना में बुधवार को स्थापना दिवस मनाया गया। प्रधानाचार्य अतुल महाजन ने कहा कि स्कूल वर्ष 1986 में अस्तित्व में आया था। कोरोना काल के दौरान डीएवी ऊना ने इसी उद्देश्य की पूर्ति के लिए छात्रों के हित को सर्वोपरि मानते हुए गुणवत्तापूर्ण ऑनलाइन शिक्षा की व्यवस्था की है।
उन्होंने कहा कि छात्रों के सर्वागीण विकास व वैश्विक महामारी के दौरान उन्हें तनावमुक्त रखने के लिए ऑनलाइन रचनात्मक व सामाजिक गतिविधियों का समय-समय पर आयोजन किया जाता रहा है। स्कूल की शैक्षणिक खेलकूद व सांस्कृतिक स्तर की गतिविधियों में अव्वल रहने और वैदिक संस्कृति से जोड़े रखने की सोच ने अभिभावकों को अपनी ओर आकर्षित किया है। नए सत्र में अभिभावकों का स्कूल के प्रति विश्वास बढ़ा और नए बच्चों के लिए विद्यालय पहली पसंद बना है। स्कूल की वास्तविक शक्ति अनुभवी व प्रशिक्षित अध्यापक होते हैं। उन्होंने अभिभावकों को भी आश्वस्त किया कि इस वर्ष भी छात्रों के चहुंमुखी विकास के लिए सभी शैक्षणिक कार्य सुचारू रूप से चलते रहेंगे। डीएवी पब्लिक स्कूल ऊना ने प्रधानमंत्री राष्ट्रीय कोष में भी योगदान दिया है। स्कूल में प्रतिदिन संसार के लोगों की भलाई के लिए व ऊना के नागरिकों की सुख समृद्धि के लिए मंत्र उच्चारण सहित हवन यज्ञ किया जाता है। कोरोना महामारी के दौरान समाजसेवा की भावना को दर्शाते हुए स्कूल ने अपनी निजी बसों का पीड़ित लोगों के लिए उपयोग कर जिला प्रशासन को सहायता प्रदान की है। देश में लगभग 1000 डीएवी संस्थाएं 135 वर्षो से मानवता की सेवा व सर्वश्रेष्ठ नागरिक तैयार करने में अग्रणी भूमिका निभा रही हैं। इस प्रयास में डीएवी ऊना भी महत्वपूर्ण योगदान दे रहा है।