कोचिग संस्थान खोलने की मांग, सीएम को भेजा ज्ञापन
पिछले डेढ़ साल से कोरोना महामारी के बीच करीब बंद रहे निजी कोचिग शिक्षण संस्थानों के संचालकों का दर्द छलक पड़ा है।
संवाद सहयोगी, ऊना : पिछले डेढ़ साल से कोरोना महामारी के बीच करीब बंद रहे निजी कोचिग शिक्षण संस्थानों के संचालकों का दर्द छलक पड़ा है। इसी दर्द को लेकर सोमवार को जिला ऊना के कोचिग संस्थानों के प्रतिनिधि उपायुक्त राघव शर्मा एवं एडीसी डा. अमित कुमार शर्मा से मिले। दोनों अधिकारियों के माध्यम इन्होंने मुख्यमंत्री को मांगपत्र प्रेषित कर कोचिंग संस्थानों को जल्द खोलने की मांग की।
एडु पेस ऊना के एमडी अभिनव धीमान, ज्ञानम संस्थान एवं हिम फोक्स के एमडी अमित भाटिया, करियर होप क्लासिस के एमडी विक्रम धीमान, वृति, अमित मोहन ने बताया कि सरकार ने व्यापारिक पर्यटन एवं अन्य गतिविधियों को लगभग पूर्ण रूप से खोल दिया है, लेकिन निजी कोचिग संस्थानों को खोलने की अनुमति प्रदान नहीं की गई। महामारी की मार के साथ अब इन संस्थान संचालकों को आर्थिक तंगी भी झेलनी पड़ रही है। परिवारों के जीचन यापन का भी संकट गहराने लगा है। बीते डेढ़ वर्ष से कोचिग संस्थानों को खोलने के लिए बीच में केवल दो माह का समय ही मिला। दूसरी ओर आइटीआइ को सरकार ने खोलने की मंजूरी दे दी है। फिर कोचिग संस्थानों की अनदेखी क्यों? इन संस्थानों ने कोविड नियमों का पालन कर पहले भी सरकार का साथ दिया है और आगे भी ऐसा ही होगा। आर्थिक तंगी के दौर में अब भवनों के किराये बंद पड़ों संस्थानों से बिना कुछ कमाए कैसे भरें।
प्रतिनिधिमंडल ने कोविड काल के दौरान संस्थानों के बिजली के बिल, मीटर किराया और अन्य शुल्क भी माफ करने की गुहार लगाई। इस मौके पर रजनीश शर्मा, राजेश कुमार, सुरजीत सिंह, यशपाल, संजीव, शिव कुमार सहित अन्य निजी कोचिग संस्थानों के संचालक मौजूद रहे।