बाबा बड़भाग सिंह मैड़ी मेले में चार दिन में तीन शव बरामद, दो की हो चुकी है शिनाख्त
Dead Body Recovered Maidi बाबा बड़भाग सिंह मैड़ी के मेले के दौरान मैड़ी में पिछले चार दिन में यह तीसरा शव मिला है।
अम्ब, जेएनएन। बाबा बड़भाग सिंह मैड़ी के सैक्टर-छह में अस्थायी हैवी व्हीकल पार्किंग के सामने स्थित मॉर्डन आटीआइ से सनोह गांव को जाने वाले रास्ते पर वीरवार सुबह शव मिलने से एक बार फिर सनसनी फैल गई है। मृतक की पहचान बलविंद्र सिंह निवासी जिला रोपड़, पंजाब के रूप में हुई है। मौत के कारणों का अभी खुलासा नहीं हो पाया है। मेला पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए क्षेत्रीय अस्पताल ऊना भेज दिया है।
पता चला है कि उक्त व्यक्ति अपने स्वजनों के साथ बाबा बड़भाग सिंह के दर्शन करने आया हुआ था। वह दो-तीन दिन से लापता था। स्वजनों ने इसकी गुमशुदगी की रिपोर्ट भी मैड़ी स्थित पुलिस कंट्रोल रूम में दर्ज करवा रखी थी। मेले के दौरान मैड़ी में पिछले चार दिन में यह तीसरा शव मिला है।
इससे पहले भी मैड़ी मेला क्षेत्र के सेक्टर-चार में धार्मिक स्थल कुज्जासर के पास दो शव मिल चुके हैं, जिसमें सोमवार को मिले एक शव की पहचान 26 वर्षीय अमृतसर निवासी मंजीत सिंह के रूप में हो चुकी है, जबकि मंगलवार सुबह कुज्जासर के पास पंचायत समिति की कार पार्किंग के पास मिले दूसरे शव की पहचान अभी नहीं हो पाई है।
परिवार को सूचित कर दिया
सहायक मेला पुलिस अधिकारी एवं डीएसपी अम्ब मनोज जम्वाल का कहना है पुलिस ने मृतक के स्वजनों को सूचित कर दिया है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही मौत के कारणों का खुलासा हो पाएगा।
पंजा प्रसाद लेने के लिए लगी श्रद्धालुओं की लाइनें
बाबा बड़भाग सिंह जी की तपोस्थली मैड़ी में चल रहा होला मोहल्ला मेला पवित्र पंजा प्रसाद वितरित होने के साथ ही वीरवार को संपन्न हो गया। मैड़ी स्थित विभिन्न धार्मिक स्थानों पर लाखों श्रद्धालु सुख-समृद्धि की अरदास मांग कर इस धार्मिक नगरी से विदा हुए। बुधवार मध्यरात्रि से ही पवित्र पंजा प्रसाद लेने के लिए श्रद्धालुओं की लंबी कतारें लगी हुई थीं। श्रद्धालु अगले साल फिर से होला मोहल्ला मेले में आने का वादा करने के साथ इस धार्मिक नगरी से रुखस्त हुए। होला मोहल्ला मेले की सबसे अहम रस्म पंजा प्रसाद की होती है। मान्यता है कि बाबा बड़भाग सिंह जी स्वयं यहां आकर प्रसाद पर पंजे का निशान लगाते हैं, फिर उसके बाद प्रसाद श्रद्धालुओं में बांटा जाता है। इस रस्म के अदा होने के बाद ही मेला संपन्न होता है। इस रस्म का लाखों श्रद्धालु पूरे साल बेसब्री के साथ इंतजार करते हैं। बुधवार की मध्यरात्रि से ही श्रद्धालु पंजा प्रसाद लेने के लिए लाइन में लगे हुए थे।