अवैध कटान मामले में डिपो सीज, आरोपित रिमांड पर
उपमंडल बंगाणा में खैर के अवैध कटान मामले में तीन आरोपितों की निशानदेही पर रविवार को बंगाणा वन विभाग ने एक लकड़ी के डिपो को सीज कर दिया है।
संवाद सहयोगी, बंगाणा : उपमंडल बंगाणा में खैर के अवैध कटान मामले में तीन आरोपितों की निशानदेही पर रविवार को बंगाणा वन विभाग ने एक लकड़ी के डिपो को सीज कर दिया है। वहीं आरोपितों को पुलिस ने कोर्ट में पेश किया। कोर्ट ने आरोपितों सुनील कुमार, मनीष कुमार व नरेंद्र कुमार निवासी बैरी को तीन दिन पुलिस रिमांड पर भेज दिया है। पूछताछ में पता चला है कि आरोपित अवैध कटान की लकड़ी को जमासनी स्थित एक लकड़ी के डिपो के ठेकेदार को बेच देते थे। वन पर्यवेक्षक अधिकारी संदीप सेठी ने जमासनी माता मंदिर के पास मुनीश कुमार के खैर की लकड़ी के डिपो को सीज कर दिया है। ठेकेदार के खिलाफ पुलिस में मामला दर्ज करवाया है। डिपो से खैर के 13 मोछे और चार खैर के ठूंठ भी कब्जे में ले लिए हैं। पुलिस के अनुसार आरोपितों ने कबूल किया है कि तीन-चार दिन पहले उक्त ठेकेदार को 12-13 खैर के मोछे दिए थे। शनिवार को काटे गए मोछे भी ठेकेदार को देने थे।
वन विभाग के बंगाणा डिविजन के पर्यवेक्षक अधिकारी द्वारा टीम सहित जब उक्त ठेकेदार के डिपो पर दबिश दी, तो कुछ बड़े खैर के मोछे भी पाए गए। इससे कुछ दिन पूर्व भी ऐसे ही मामले को लेकर लठियाणी में भी एक ठेकेदार का डिपो सीज किया जा चुका है।
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यह था मामला
मालूम हो धुंदला पंचायत के गांव बैरी हटली में यूपीएफ के तहत वन क्षेत्र में वन विभाग टीम ने दबिश देकर 13 मोछे और औजार भी बरामद किए थे। आरोपित सुनील व फरार हुए अन्य तीन में से दो मनीष कुमार व नरेंद्र कुमार निवासी बैरी गांव को भी हिरासत में लेकर पुलिस के सुपुर्द किया था।
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मैने कोई भी अवैध कटान नहीं किया : मुनीश
आरोपित ठेकेदार मुनीश ने आरोपों को सिरे से खारिज किया है। कहा उनका इन आरोपितों से कोई लेना-देना नहीं है। मलकीयत भूमि बताकर खैर के पेड़ इन लोगों ने बेचे हैं। मुझे बदनाम करने की साजिश की जा रही है। मैं वन विभाग और पुलिस विभाग की जांच में सहयोग करूंगा।