चिंतपूर्णी में पर्यावरण से किया जा रहा खिलवाड़
चिंतपूर्णी में पहले कूड़े को खुले में फेंका जा रहा है उसके बाद आग लगाकर पर्यावरण को प्रदूषित किया जा रहा है।
संवाद सहयोगी, चिंतपूर्णी
चिंतपूर्णी में पहले कूड़े को खुले में फेंका जा रहा है, उसके बाद आग लगाकर पर्यावरण को प्रदूषित किया जा रहा है। इससे स्वच्छता अभियान की भी धज्जियां उड़ रही हैं। यह तब है जब मंदिर न्यास की तरफ से कूड़ा निस्तारीकरण के लिए हर माह लाखों रुपये की अदायगी की जाती है।
प्रशासन ने चितपूर्णी में सफाई व्यवस्था को बेहतर बनाने के लिए अतिक्रमण हटाओ अभियान शुरू किया है, वहीं मंदिर के वापसी गेट से कुछ मीटर की दूरी पर लंबे समय से कूड़ा फेंका जा रहा है। नरियाल बस्ती को जाने वाले रोड से बड़ी संख्या में श्रद्धालु भी गुजरते हैं तो नारी-चितपूर्णी के वार्ड चार के लिए यही एकमात्र रास्ता है। इतना ही नहीं यहां पर कई सराय भी हैं, जहां पर श्रद्धालु ठहरते हैं। कूड़े के कारण इस क्षेत्र में हर वक्त दुर्गध रहती है। हालांकि न्यास द्वारा वहां कूड़ेदान भी लगाए गए हैं, लेकिन कूड़ा खुले में फेंका रहा है। बाद में उसमें आग लगाई जा रही है।
स्थानीय निवासी कुलदीप कुमार, अशोक ठाकुर, विजय सिंह, निक्कू राम, अमन कुमार और धर्म सिंह ने कहा कि प्रशासन को इस तरफ ध्यान देना चाहिए। नारी-चितपूर्णी ग्राम सुधार सभा के प्रधान भोला सिंह ठाकुर ने कहा कि मंदिर प्रशासन वासी गेट से लेकर शंभू बाईपास तक सफाई व्यवस्था की तरफ ध्यान नहीं देता है। ग्राम सुधार सभा ने मंदिर न्यास के सभी अधिकारियों से आग्रह किया, लेकिन आज तक कोई कार्रवाई नहीं हुई। सोमवार को भी इस जगह पर कूड़े को आग लगा दी गई, जिससे सारे क्षेत्र में जहरीला धुआं फैल गया। मांग की कि कूड़ा निस्तारीकरण के मंदिर न्यास को ठोस प्रबंध करने चाहिए।