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सज गया मां चिंतपूर्णी का दरबार, श्रद्धालुओं का इंतजार

प्रसिद्ध तीर्थस्थल चितपूर्णी में शारदीय नवरात्र मेले रविवार से शुरू हो रहे हैं।

By JagranEdited By: Published: Sat, 28 Sep 2019 07:57 PM (IST)Updated: Sun, 29 Sep 2019 06:36 AM (IST)
सज गया मां चिंतपूर्णी का दरबार, श्रद्धालुओं का इंतजार
सज गया मां चिंतपूर्णी का दरबार, श्रद्धालुओं का इंतजार

नीरज पराशर, चिंतपूर्णी

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प्रसिद्ध तीर्थस्थल चितपूर्णी में शारदीय नवरात्र मेले रविवार से शुरू हो रहे हैं। माता के दरबार में दो से तीन लाख श्रद्धालुओं के आने की संभावना है। उधर, प्रशासन ने श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए बेहतर प्रबंधों का दावा किया है। मंदिर परिसर क्षेत्र में 75 से अधिक सीसीटीवी कैमरे निगरानी रखेंगे। पूरे मेला क्षेत्र को छावनी में तब्दील किया जा रहा है। मुख्य जगहों पर पुलिस बैरियर स्थापित कर दिए गए हैं।

नए बस अड्डे के समीप मिलेगी पर्ची : श्रद्धालुओं को नए बस अड्डे के समीप बने मंदिर न्यास के स्वागत कक्ष परिसर में दर्शन पर्ची मिलेगी। तलवाड़ा की तरफ से आने वाले श्रद्धालुओं को इस बात का विशेष ध्यान रखना होगा कि वो सीधे लाइन में लगने की बजाय पहले स्वागत कक्ष परिसर में जाकर पर्ची लें।

दर्शन पर्ची स्थल पर भी होगी श्रद्धालुओं की चेकिग : पहली बार पुलिस श्रद्धालुओं की चेकिग दर्शन पर्ची स्थल पर भी करेगी। इसके अलावा मंदिर परिसर के मुख्य द्वार पर श्रद्धालुओं को मेटल डिटेक्टर से होकर गुजरना होगा। मंदिर में नारियल चढ़ाने पर प्रतिबंध रहेगा। सुरक्षा व्यवस्था बनाए रखने के लिए चार सौ से ज्यादा पुलिस व होमगार्ड जवान तैनात रहेंगे। पुलिस चितपूर्णी के होटलों व सरायों में स्पेशल चेकिग अभियान चलाएगी।

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सेल्फी लेने पर प्रतिबंध

मंदिर परिसर क्षेत्र में भीड़ ज्यादा देर न रहे, इसके लिए श्रद्धालुओं द्वारा मोबाइल फोन से सेल्फी खींचने पर भी प्रतिबंध रहेगा। भीड़ प्रबंधन को ध्यान में रखते हुए न्यास ने यह निर्णय लिया है।

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आपात स्थिति से निपटने को तैयार पुलिस प्रशासन

शारदीय नवरात्र मेले को लेकर जिला पुलिस प्रशासन सुरक्षा प्रबंधों के अलावा भीड़ प्रबंधन, ट्रैफिक व्यवस्था और हर सेक्टर में आसामाजिक तत्वों पर नजर रखने के लिए दिन-रात मुस्तैदी से काम करेगा। इस मेले में एंटी बैगर सेल, एंटी गुंडा सेल, डॉग स्क्वाड और बम निरोधक दस्ते के साथ पुलिस टीम मेले में उतरेगी। असामाजिक तत्वों पर नजर रखने के लिए पुलिस की एक टीम चौबीस घंटे हर सेक्टर में तैनात रहेगी तो मेला क्षेत्र में गश्त द्वारा भी पुलिस जवान हर गतिविधि पर नजर रखेंगे। भीड़भाड़ वाली जगहों पर पुलिस के जवान सादी वर्दी में मौजूद रहेंगे। पुलिस मेला अधिकारी मनोज जम्वाल ने बताया कि मेले की पूर्व संध्या पर ही सभी सेक्टरों में सुरक्षा बल तैनात कर दिए गए हैं।

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आशा देवी मंदिर से भरवाई तक तीन बसों में मुफ्त यात्रा कर सकेंगे श्रद्धालु

मालवाहकों में श्रद्धालु सफर न करें, इसके लिए जिला प्रशासन ने हिमाचल-पंजाब सीमा के पास आशा देवी मंदिर से लेकर भरवाई तक परिवहन निगम देहरा डिपो की तीन बसें लगाई हैं। इन बसों में श्रद्धालु मुफ्त यात्रा करेंगे। इसके अलावा मेले में श्रद्धालुओं की सुविधा के मद्देनजर परिवहन निगम के देहरा और ऊना डिपो आगामी दिनों में अतिरिक्त बसें भी चलाएंगे। देहरा डिपो की पंजाब के होशियारपुर के लिए 12 बसों के रूट हैं। देहरा के क्षेत्रीय प्रबंधक राजन जम्वाल का कहना था कि अगर भीड़ और बढ़ती है तो उन्हें बसों के रूट बढ़ाने में कोई दिक्कत नहीं है। वहीं, ऐसा ही निर्णय ऊना डिपो का भी है कि अगर डिमांड आती है तो होशियारपुर रूट पर और बसें चलाई जाएंगी।

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मंदिर न्यास के लंगर में मिलेगा देसी घी से बना खाना

मंदिर न्यास के लंगर में श्रद्धालुओं को देसी घी से बना खाना परोसा जाएगा। प्लास्टिक पर प्रतिबंध है, इसलिए खाना स्टील की थालियों में परोसा जाएगा। न्यास ने लंगर के मीनू में भी परिवर्तन किया है और हर दिन श्रद्धालुओं को अलग-अलग व्यंजन ब्रेकफास्ट, लंच व डिनर में दिए जाएंगे। न्यास ने लंगर के समय को भी बढ़ाने का निर्णय लिया है और आम दिनों के मुकाबले नवरात्र मेले में न्यास का लंगर दो घंटे ज्यादा खुला रहेगा।

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दुल्हन की तरह सजा मां का दरबार

मां चितपूर्णी के दरबार को दुल्हन की तरह सजाया गया है। मंदिर की सजावट के लिए विशेष रूप से विदेशी फूल मंगवाए गए थे, जिन्हें मंदिर परिसर क्षेत्र में शनिवार देर शाम तक लगा दिया गया। फूलों की सजावट के बाद मंदिर परिसर क्षेत्र का अलग ही नजारा देखने को मिल रहा था। साज-सज्जा के फूल थाईलैंड से आयात किए गए हैं और इन्हें एक श्रद्धालु ने मंदिर न्यास को भेंट किया है। मंदिर अधिकारी हरि सिंह ने बताया कि मां के दरबार को सजा दिया गया है और इस कार्य में दिल्ली के श्रद्धालु ने विशेष सहयोग दिया है।

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ऐसे पहुंचें चितपूर्णी

मां चितपूर्णी के दरबार में पहुंचने के लिए उत्तर भारत के लगभग बड़े शहरों व कस्बों से सीधी बस सेवा है। दिल्ली, गुरूग्राम, अंबाला, पटियाला, जालंधर, अमृतसर, बटाला, चंडीगढ़, पठानकोट, हरिद्वार, यमुनानगर, फाजिल्का, फिरोजपुर, मोगा, लुधियाना और श्रीगंगानगर से सीधी बस सेवा चितपूर्णी के लिए उपलब्ध है। श्रद्धालु चंडीगढ़, नंगल, ऊना से होते हुए चितपूर्णी पहुंच सकते हैं तो दो अन्य मार्ग होशियारपुर और तलवाड़ा से हैं। होशियारपुर और ऊना से चितपूर्णी की दूरी 50 किलोमीटर है। वहीं रेल मार्ग से भी श्रद्धालु अम्ब तक पहुंच सकते हैं। अम्ब में दिन में दो बार ट्रेन आती व जाती है। अम्ब की चितपूर्णी से दूरी महज 23 किलोमीटर है। वहीं, हवाई मार्ग से श्रद्धालुओं के पहुंचने के लिए नजदीकी हवाई अड्डा कांगड़ा के गगल में है, जिसकी चितपूर्णी से दूरी लगभग 68 किलोमीटर है।


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