30 हजार श्रद्धालुओं ने चिंतपूर्णी में टेका माथा
चिंतपूर्णी में चल रहे श्रावण अष्टमी मेले में श्रद्धालुओं की भीड़ बढ़ना शुरू हो गई है।
संवाद सहयोगी, चिंतपूर्णी : चिंतपूर्णी में चल रहे श्रावण अष्टमी मेले में श्रद्धालुओं की भीड़ बढ़ना शुरू हो गई है। शनिवार को पूरा मेला क्षेत्र महामाई के जयकारों से गूंजता रहा। दो दिन बारिश की वजह से भीड़ कम रही, लेकिन शनिवार को मौसम खुलने के बाद काफी श्रद्धालु मां चिंतपूर्णी के दरबार में माथा टेकने पहुंचे। करीब 30 हजार श्रद्धालुओं ने माथा टेका। भीड़ इतनी थी कि भक्तों की लाइन आधा मील से ज्यादा खिच गई। अब तक 50 हजार से ज्यादा श्रद्धालु मां के दरबार में हाजिरी लगवा चुके हैं।
उधर भरवाई, रेही, मिरगू, शीतला मंदिर और नारी के क्षेत्र में सबसे अधिक लंगर धार्मिक संस्थाओं द्वारा लगाए गए हैं। इन लंगरों में तमाम तरह के व्यंजन भक्तों को परोसे जा रहे हैं। वहीं, श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ने के बाद व्यवस्था बनाए रखना प्रशासन के लिए भी कड़ी चुनौती बनता जा रहा है। गलत पार्किंग की वजह से कई जगहों पर ट्रैफिक जाम की स्थिति बनती जा रही है।
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बिगड़ने लगी सफाई व्यवस्था
मेला क्षेत्र में गंदगी की भी भरमार हो गई है। ऐसा पहली बार है कि शंभू बाईपास से धर्मसाल महंता तक के क्षेत्र में अभी तक कोई भी सफाई कर्मचारी नजर नहीं आया है। आसपास के गांवों के संपर्क मार्गो पर चलना-फिरना तक दूभर हो गया है। कुछ लंगर प्रबंधक भी खुले में गंदा पानी बहा रहे हैं। कई जगह पर प्लास्टिक युक्त सामग्री का प्रयोग हो रहा है।
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बैक डोर एंट्री पर पाबंदी
बैक डोर एंट्री पर प्रशासन ने पूरी तरह से सख्ती कर दी है। वीआइपी गेट से मां के दर्शन करने से पहले संबंधित प्रशासनिक अधिकारी की अनुमति के बाद ही अपंग या वृद्ध यात्रियों को इस द्वार से दर्शन करने की इजाजत दी जा रही है। मंदिर अधिकारी जीवन कुमार ने बताया कि प्रशासन मेले पर पूरी तरह से पकड़ बनाए हुए है और अगर कही अव्यवस्था हो रही तो उसमें तुरंत सुधार किया जा रहा है।
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