शास्त्रीय संगीत में सिमरन, लोक संगीत में प्रियांश अव्वल
दो दिवसीय जिलास्तरीय कला उत्सव का समापन हो गया।
जागरण संवाददाता, ऊना : दो दिवसीय जिलास्तरीय कला उत्सव का समापन हो गया। ऑनलाइन माध्यम से आयोजित इस उत्सव में जिले भर के सरकारी एवं निजी स्कूलों के कक्षा 9वीं से 12वीं तक के विद्यार्थियों ने भाग लिया। शनिवार को प्रतियोगिता के विजेताओं की घोषणा की गई।
जिला परियोजना अधिकारी समग्र शिक्षा देवेंद्र चौहान ने बताया कि शास्त्रीय संगीत गायन में राजकीय कन्या वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला की सिमरन कौर प्रथम रही। पारंपरिक लोक संगीत प्रतियोगिता के बालिका वर्ग में रावमापा की छात्रा अंजू प्रथम, रावमापा ठठल की मेहविश द्वितीय, माउंट कार्मल स्कूल की छात्रा आर्य पांडे तृतीय रही।
पारंपरिक लोक संगीत वादन में लड़कों के वर्ग में माउंट कार्मल स्कूल का प्रियांश सैणी प्रथम जबकि छात्राओं के वर्ग में रावमापा ठठल की वंशिका प्रथम रही। शास्त्रीय संगीत वादन में डीएवी सेंटेनरी पब्लिक स्कूल का आदर्श प्रथम जबकि शास्त्रीय नृत्य में रावमापा ऊना की नंदिनी प्रथम, रावमापा तलाई की कल्पना द्वितीय तथा रावमापा थानाकलां की तमन्ना तृतीय रही। लोक नृत्य में डीएवी पब्लिक स्कूल की छात्रा आरुषि प्रथम, रावमापा भैरा की पायल चांदला द्वितीय व रावमापा की प्राइसी तृतीय रही। लड़कों के वर्ग में राउपा त्यूड़ी के जगजीत सिंह प्रथम रहे। दृश्य कला द्विआयामी प्रतियोगिता में जेएनवी पेखूबेला का मुकुल प्रथम तथा माउंट कार्मल स्कूल की मुस्कान ठाकुर प्रथम व रावमापा जसाणा की हेमपुष्पा द्वितीय स्थान पर रही। त्रिआयामी दृश्य कला में राउपा त्यूड़ी की ईशा प्रथम तथा एसडी स्कूला संतोषगढ़ की रेवा द्वितीय जबकि लड़कों के वर्ग में राउपा त्यूड़ी के शिव कुमार प्रथम रहे। स्थानीय खिलौने बनाने की प्रतियोगिता में राउपा तनोह कामाक्षी ने प्रथम स्थान हासिल किया।
देवेंद्र चौहान ने बताया कि इन प्रतियोगिताओं में प्रथम स्थान पर रहे प्रतिभागी राज्यस्तरीय प्रतियोगिता में भाग लेंगे और इस बारे में उन्हें दूरभाष पर सूचित किया जाएगा। भाषण प्रतियोगिता में आकांक्षा प्रथम
संवाद सहयोगी, बंगाणा। स्थानीय अटल बिहारी वाजपेयी राजकीय महाविद्यालय में शनिवार को एनएसएस इकाई ने अंतरराष्ट्रीय स्वयंसेवक दिवस के उपलक्ष्य में ऑनलाइन भाषण प्रतियोगिता का आयोजन किया। ऑनलाइन गतिविधियों का संचालन प्रो. सिकंदर नेगी ने किया। भाषण प्रतियोगिता में आकांक्षा ठाकुर ने प्रथम, शुभलता व रक्षा ने द्वितीय, नेहचल कौर ने तृतीय स्थान प्राप्त किया और कुसुमलता को सांत्वना पुरस्कार दिया गया।
प्राचार्य डा. आरती देवी ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय स्वयंसेवक दिवस हर वर्ष पांच दिसंबर को मनाया जाता है, जो वास्तव में स्वयंसेवकों के प्रयासों का समर्थन करने के लिए सरकारों को प्रोत्साहित करने, स्वयंसेवकों के योगदान को मान्यता देने का एक अवसर है।