हेल्थ रिपोर्ट कार्ड से दूर होगा कुपोषण
अतिरिक्त उपायुक्त अरिदम चौधरी ने कहा कि जिले में शून्य से तीन वर्ष के तीव्र रोगों से पीड़ित बच्चों के स्वास्थ्य की जांच की जाएगी।
जागरण संवाददाता, ऊना : अतिरिक्त उपायुक्त अरिदम चौधरी ने कहा कि जिले में शून्य से तीन वर्ष के बच्चों के स्वास्थ्य की नियमित जांच की जाएगी। एडीसी वीरवार को पोषण अभियान के तहत बैठक में जानकारी दे रहे थे। उन्होंने बताया कि इसमें पहले एक ब्लॉक में 15 बच्चों का स्वास्थ्य जांचा जाएगा और अगले छह माह में जिले के समस्त खंडों के कुपोषित बच्चों का स्वास्थ्य व हेल्थ रिपोर्ट कार्ड तैयार किए जाएंगे।
जिले के पांच खंडों में गंभीर कुपोषण से ग्रस्त के अब तक 149 बच्चे और मध्यम कुपोषण से संबधित 568 बच्चे चिन्हित किए गए हैं। एडीसी ने बताया कि स्वास्थ्य रिपोर्ट कार्ड में बच्चे की लंबाई, वजन व गंभीर कुपोषण की जानकारी होगी। कुपोषण से संबंधित तीन से छह वर्ष की आयु के बच्चों में स्वास्थ्य सुधार के लिए प्राइमरी स्कूलों स्तर पर रूपरेखा तैयार की जाएगी। स्वास्थ्य विभाग की टीम गर्भवती महिलाओं, दूध पिलाने वाली माताओं और नवजात शिशुओं की जांच करेगी और गर्भवती महिलाओं को रोजाना पौष्टिक खुराक लेने और नियमित रूप से स्वास्थ्य जांच करवाने के लिए जागरूक किया जाएगा। अभियान का मुख्य उद्देश्य महिलाओं और बच्चों में संतुलित भोजन को प्रभावशाली ढंग के साथ एक ही छत नीचे पौष्टिक आहार की सेवाएं उपलब्ध करवाना है। उन्होंने संबंधित विभागों के अधिकारियों को निर्देश दिए कि वह गंभीर कुपोषण से ग्रस्त बच्चों के स्वास्थ्य जांच जल्द करें।
इस अवसर पर जिला कार्यक्रम अधिकारी आइसीडीएस सतनाम सिंह, जिला आयुर्वेदिक अधिकारी सुशील चंद्र नाग, जिला पंचायत अधिकारी रमण कुमार शर्मा, उप निदेशक उच्च शिक्षा पीसी राणा, जिला युवा सेवाएं एवं खेल अधिकारी एमपी भराड़िया, उपनिदेशक प्रारंभिक शिक्षा संदीप कुमार गुप्ता, जिला कृषि अधिकारी संतोष शर्मा आदि मौजूद रहे।