आजाद पार्षदों के हाथ सियासत की चाबी
संवाद सूत्र परवाणू नगर परिषद चुनाव के बाद रुझान भले ही कांग्रेस के पक्ष में रहे हैं लेकिन
संवाद सूत्र, परवाणू : नगर परिषद चुनाव के बाद रुझान भले ही कांग्रेस के पक्ष में रहे हैं, लेकिन अध्यक्ष पद पर दावेदारी अभी तक नहीं की गई है। जहां एक ओर स्वास्थ्य मंत्री डा. राजीव सैजल के घर-घर जाकर प्रचार के बाद भी भाजपा केवल तीन सीटों पर सिमट गई है, वहीं कांग्रेस भी चार सीटें ही हासिल कर पाई है। ऐसे में वार्ड नंबर छह से निर्दलीय मोनिशा शर्मा तथा वार्ड नौ से निशा शर्मा ने अपनी सीटों पर जीत हासिल की है।
दोनों पार्टियों में अध्यक्ष पद के लिए दावेदारी को लेकर मंथन शुरू हो गया है। हाल ही में भाजपा द्वारा निष्कासित निशा शर्मा पहले भी अपने वार्ड से दो बार पार्षद रह चुकी हैं, वहीं तीसरी बार जीतकर उन्होंने अपनी कार्यकुशलता साबित की है। हालांकि दोनों आजाद जीते पार्षदों पर कांग्रेस अपना दावा जता रही है, लेकिन दोनों ही पार्षदों ने अभी तक किसी भी पार्टी के समर्थन का कोई फैसला नहीं लिया है। ऐसे में ठाकुर दास शर्मा की अध्यक्षता पर अभी मुहर नहीं लगी है।
कांग्रेस के पूर्व पार्षद राजेश शर्मा व पूर्व अध्यक्ष ठाकुर दास शर्मा को ढाई-ढाई साल के लिए अध्यक्ष पद की शपथ दिलाई गई थी, लेकिन किन्ही कारणों से उन्होंने अपना कार्यकाल ठाकुर दास शर्मा को ही दे दिया। ऐसे में राजेश शर्मा की पत्नी सोनिया शर्मा अपने वार्ड से विजयी रही हैं और अध्यक्ष पद की दावेदार मानी जा रही हैं।
ठाकुर दास शर्मा ने कहा कि हमारा काम जीत दिलाना है बाकि वरिष्ठ नेता जैसा आदेश करेंगे वही मान्य होगा। अध्यक्ष पद की दावेदारी पर आजाद जीतीं पार्षद मोनिशा शर्मा का कहना है कि उनकी जीत जनता की जीत है तथा आगे भी जैसा परवाणू की जनता चाहेगी उसी के अनुसार चलूंगी। वार्ड पांच से राजेश शर्मा की पत्नी सोनिया शर्मा व वार्ड नौ से निशा शर्मा ने इस विषय पर कोई भी प्रतिक्रिया देने से इन्कार किया है।